बिलासपुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला से अब तक 1885 लोगों के सैंपल कोविड-19 की जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं. 1749 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं और 18 की रिपोर्ट अभी तक पॉजिटिव आई है और इनमें से 7 ठीक हो गए हैं.
शेष 118 सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है. उन्होंने बताया कि बाहरी राज्यों से बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घर आ रहें हैं. सभी की बार्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और सरकार के आदेशानुसार रेड जोन से आने वाले लोगों को इंस्टीचयूशनल क्वारंटाइन में रखा जा रहा है.
5 से 7 दिनों के अंदर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है और निगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है. अन्य लोगों कोडॉक्टर की सलाह से क्वारंटाइन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो वो अपनी जांच नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर करवाए. जांच के दौरान डॉक्टर कोरोना टेस्ट के लिए कहे तो उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य संस्थान में जाकर अपना टेस्ट अवश्य करवाएं.
डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि सरकार के जारी आदेशों के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य कर दिए हैं. घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य है. सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दंडनीय अपराध है, हम सबको इन बातों का पालन करना चाहिए.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में सभी को पूरा ज्ञान होना बहुत जरुरी है. इसके क्या लक्षण हैं, इसके बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं. उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए गंदे हाथों से नाक, मुंह और आंखों को न छुएं, किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाएं, न गले लगाएं, सार्वजनिक स्थानों पर खुले में न थूके, बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंके.
खुले में रखी किसी चीज का स्पर्श न करें और न ही किसी चीज को अनावश्यक हाथ न लगाएं, सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें, बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलें, अस्पतालों में बहुत ही जरुरी होने पर जाएं, अनावश्यक भीड़ न लगाएं, अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही अफवाह फैलाएं.