हैदराबाद: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान का रविवार को 73 साल की उम्र में निधन हो गया. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री चेतन चौहान की हालत कुछ समय से काफी गंभीर चल रही थी, वो पिछले महीने 12 जुलाई को कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव पाये गए थे. डॉक्टरों के अनुसार उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. वो गुरूग्राम के अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे.
शुक्रवार रात को अचानक से उनकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई और इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखने का फैसला किया.
बता दें कि चेतन चौहान भारतीय क्रिकेट टीम के एक अहम बल्लेबाज रह चुके हैं. वहीं अब चौहान भारतीय राजनीति में सक्रिय भूमिका अदा कर रहे हैं. चेतन चौहान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. 1991 और 1998 के चुनाव में वो बीजेपी के टिकट पर सांसद बने थे.
भारत के लिए 40 टेस्ट खेलने वाले चौहान लंबे समय तक सुनील गावस्कर के सलामी जोड़ीदार रहे. दोनों की सलामी जोड़ी काफी सफल रही. दोनों ने 1970 के दशक में 10 बार शतकीय साझेदारी की और मिलकर तीन हजार से अधिक रन बनाए.
चौहान ने घरेलू क्रिकेट में दिल्ली और महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए काफी रन बनाए. उन्होंने 179 फर्स्ट क्लास मैचों में 40.22 की औसत से 11,143 रन बनाए. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 21 शतक और 59 अर्धशतक है.
वो दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में भी विभिन्न पदों पर रहे और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के मैनेजर भी थे.
भारतीय टीम की ओर से साल 1969 में चेतन चौहान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 25 सितंबर 1969 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था.
चेतन चौहान ने 40 टेस्ट मैचों में 31.58 की औसत से 2084 रन बनाए. उनका टेस्ट में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर 97 रन रहा. वनडे में उन्होंने कुल 7 मैच खेले और 21.86 की औसत से 153 रन बनाए.
टेस्ट क्रिकेट में 2 हजार से अधिक रन बनाने के बावजूद चेतन चौहान के नाम एक भी शतक नहीं है. वह टेस्ट क्रिकेट में इतिहास में बिना एक भी शतक जड़े 2 हजार से अधिक बनाने वाले पहले खिलाड़ी थे.
उन्होंने 1981 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी बार इंटरनेशनल मैच खेला था और इस दौरे के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था और फिर उनकी टीम में कभी वापसी नहीं हो पाई.