जेरूसलम: इजराइल और हमास के बीच संघर्ष बढ़ने के साथ ही हैकरों के हमले भी बढ़ गए. हैकरों के समूहों ने वेबसाइटों को निशाना बनाया और भारी संख्या में दुर्भावनापूर्ण संदेश भेजे. इजराइली अखबार द जेरूसलम पोस्ट ने एक्स पर पोस्ट किया कि साइबर हमलों के चलते उसकी वेबसाइट शनिवार सुबह से बंद हो गई थी.
हमास ने इजराइल के खिलाफ एक आश्चर्यजनक भूमि, समुद्र और हवाई हमले किए. अखबार ने पोस्ट किया, 'हमारे खिलाफ शुरू किए गए साइबर हमलों के कारण जेरूसलम पोस्ट ने डाउनटाइम अनुभव किया. इसे ठीक करने का प्रयास किया गया. ऑपरेशन स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन और हमास द्वारा हिंसक हमलों पर जानकारी प्रदान करने का काम जारी रखेंगे.'
इजराइल की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी में साइबर सुरक्षा के निदेशक रॉब जॉयस ने स्वीकार किया कि वेबसाइट बंद होने से सेवा में बाधा पहुंची. वेबसाइटों को विकृत किया गया. साइबर-सुरक्षा शोधकर्ता विल थॉमस ने बताया कि उन्होंने 60 से अधिक वेबसाइटों को डिस्ट्रीब्यूटेड डेनियल-ऑफ-सर्विस (DDoS) हमलों से प्रभावित पाया.
थॉमस ने एक्स पर यह भी लिखा है कि फिलिस्तीन समर्थक हैकटिविस्टों ने सरकारी वेबसाइटों, सिविल सेवाओं, समाचार साइटों, वित्तीय संस्थानों और दूरसंचार और ऊर्जा कंपनियों को टारगेट किया. उन्होंने कहा,'मैंने साइबर क्रिमिनल सेवा ऑपरेटरों के कई पोस्ट देखे हैं जो इजराइल या फिलिस्तीन को टारगेट करने के इच्छुक लोगों को अपनी सेवाएं दे रहे थे.'
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष में दोनों पक्षों की ओर से मरने वालों की संख्या लगभग 1,600 हो गई है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं. भारी संख्या में लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं. लेटेस्ट अपडेट के अनुसार इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घायल लोगों की संख्या 2,616 हो गई है, जिनमें से 25 की हालत गंभीर है. गाजा में आतंकवादी समूहों ने यह भी दावा किया है कि फिलिस्तीनी क्षेत्र में लगभग 130 इजरायली बंधकों को रखा गया था.