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PM इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम के लिए हिमाचल के विनायक का चयन, इसरो के वैज्ञानिकों से लेगा प्रशिक्षण - pradhan mantri innovative learning program news

जिला के गांव थानाकलां के विनायक राणा का 'प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम' के लिए चयन हुआ है. विनायक ने साउंड एलर्ट वाला इनोवेटिव डस्टबिन बनाया था, जो इंस्पायर अवार्ड में राष्ट्रीय स्तर पर भी चयनित हुआ था.

vinayak rana
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Published : Oct 5, 2019, 2:01 PM IST

Updated : Oct 6, 2019, 12:04 AM IST

ऊना: जिला के गांव थानाकलां के विनायक राणा का 'प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम' के लिए चयन हुआ है. ये लर्निंग प्रोग्राम 10 से 24 अक्तूबर को दो चरणों में होगा, जिसमें विनायक इसरो और आईआईटी दिल्ली में वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण लेंगे.

प्रधानमंत्री लर्निंग प्रोग्राम के लिए साइंस विषय में केवल 30 छात्रों का ही चयन हुआ है, जिसमें हिमाचल से केवल विनायक ही इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. विनायक ने साउंड अलर्ट वाला इनोवेटिव डस्टबिन बनाया था, जो इंस्पायर अवॉर्ड में राष्ट्रीय स्तर पर भी चयनित हुआ था.

आवाज वाला इनोवेटिव डस्टबिन का मॉडल बनाकर मिसाल पेश करने वाले विनायक राणा के खाते में एक और उपलब्धि शामिल हो चुकी है. विनायक राणा अब 'प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम ध्रुव' के जरिए वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण लेंगे.

पहले चरण में 10 अक्टूबर को बेंगलुरु में विशेष प्रशिक्षण सत्र होगा, जिसमें देश भर के 60 छात्र हिस्सा लेंगे. इनमें 30 छात्र साइंस और 30 छात्र आर्ट्स स्ट्रीम के हैं. जिन्हें अलग फील्ड के एक्सपर्ट नये गुर बताएंगे. प्रशिक्षण के दूसरा चरण में आईआईटी दिल्ली में 12 से 23 अक्टूबर तक होगा. इस विशेष प्रशिक्षण में एक्सपर्ट छात्रों को और परफेक्ट बनाएंगे.

विनायक को इसकी सूचना भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से मिले पत्र से मिली है. विनायक ने साल 2018 में इंस्पायर अवार्ड में हिस्सा लेकर साउंड अलर्ट वाला डस्टबिन तैयार किया था. उस दौरान विनायक का ये मॉडल जिला और प्रदेश स्तर पर अब्बल रहने के बाद राष्ट्रीय स्तर के लिए भी चयनित हुआ था.

दिल्ली आईआईटी के इंजीनियर ने भी विनायक के इस स्मार्ट मॉडल को अपने ढंग से मोडीफाई किया था. अब स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम के तहत विनायक का मॉडल अगले वर्ष जापान के रिसर्च सेंटर में भेजा जा रहा है. विनायक की माने तो इस लर्निंग प्रोग्राम के जरिये वो नए आइडियाज लेकर अपने अगले मॉडल पर काम करेगा.

शिक्षा विभाग के नोडल ऑफिसर प्रदीप सिंह ने कहा कि नौवीं के छात्र विनायक राणा का चयन पीएम इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम के लिए हुआ है. जिससे प्रतिभाशाली छात्र को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.

ऊना: जिला के गांव थानाकलां के विनायक राणा का 'प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम' के लिए चयन हुआ है. ये लर्निंग प्रोग्राम 10 से 24 अक्तूबर को दो चरणों में होगा, जिसमें विनायक इसरो और आईआईटी दिल्ली में वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण लेंगे.

प्रधानमंत्री लर्निंग प्रोग्राम के लिए साइंस विषय में केवल 30 छात्रों का ही चयन हुआ है, जिसमें हिमाचल से केवल विनायक ही इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. विनायक ने साउंड अलर्ट वाला इनोवेटिव डस्टबिन बनाया था, जो इंस्पायर अवॉर्ड में राष्ट्रीय स्तर पर भी चयनित हुआ था.

आवाज वाला इनोवेटिव डस्टबिन का मॉडल बनाकर मिसाल पेश करने वाले विनायक राणा के खाते में एक और उपलब्धि शामिल हो चुकी है. विनायक राणा अब 'प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम ध्रुव' के जरिए वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण लेंगे.

पहले चरण में 10 अक्टूबर को बेंगलुरु में विशेष प्रशिक्षण सत्र होगा, जिसमें देश भर के 60 छात्र हिस्सा लेंगे. इनमें 30 छात्र साइंस और 30 छात्र आर्ट्स स्ट्रीम के हैं. जिन्हें अलग फील्ड के एक्सपर्ट नये गुर बताएंगे. प्रशिक्षण के दूसरा चरण में आईआईटी दिल्ली में 12 से 23 अक्टूबर तक होगा. इस विशेष प्रशिक्षण में एक्सपर्ट छात्रों को और परफेक्ट बनाएंगे.

विनायक को इसकी सूचना भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से मिले पत्र से मिली है. विनायक ने साल 2018 में इंस्पायर अवार्ड में हिस्सा लेकर साउंड अलर्ट वाला डस्टबिन तैयार किया था. उस दौरान विनायक का ये मॉडल जिला और प्रदेश स्तर पर अब्बल रहने के बाद राष्ट्रीय स्तर के लिए भी चयनित हुआ था.

दिल्ली आईआईटी के इंजीनियर ने भी विनायक के इस स्मार्ट मॉडल को अपने ढंग से मोडीफाई किया था. अब स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम के तहत विनायक का मॉडल अगले वर्ष जापान के रिसर्च सेंटर में भेजा जा रहा है. विनायक की माने तो इस लर्निंग प्रोग्राम के जरिये वो नए आइडियाज लेकर अपने अगले मॉडल पर काम करेगा.

शिक्षा विभाग के नोडल ऑफिसर प्रदीप सिंह ने कहा कि नौवीं के छात्र विनायक राणा का चयन पीएम इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम के लिए हुआ है. जिससे प्रतिभाशाली छात्र को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.

Intro:
स्लग -- प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम के लिए हुआ ऊना के विनायक का चयन, इसरो और आईआईटी दिल्ली में लेगा वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण, देशभर से 30 छात्रों का हुआ है इस कार्यक्रम के लिए चयन, विनायक ने बनाया था साउंड एलर्ट वाला इनोवेटिव डस्टबिन, इंस्पायर अवार्ड के लिए भी चयनित हुआ था विनायक का मॉडल।Body:एंकर -- ऊना जिला के गांव थानाकलां के विनायक राणा का प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम के लिए चयन हुआ है। यह लर्निंग प्रोग्राम 10 से 24 अक्तूबर तक दो चरणों में होगा जिसमें विनायक इसरो बंगलुरु और आईआईटी दिल्ली में वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण प्राप्त करेगा। इस लर्निंग प्रोग्राम के लिए साइंस विषय में केवल 30 छात्रों का ही चयन हुआ है और हिमाचल से केवल विनायक ही इस कार्यक्रम में हिस्सा लेगा। विनायक ने साउंड एलर्ट वाला इनोवेटिव डस्टबिन बनाया था जो इंस्पायर अवार्ड में राष्ट्रीय स्तर पर भी चयनित हुआ था। विनायक की इस उपलब्धि से जहाँ उसके परिजनों में ख़ुशी है वहीँ शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इससे खासे उत्साहित है।

वी ओ 1 -आवाज़ वाला इनोवेटिव डस्टबिन का मॉडल बनाकर मिसाल पेश करने वाले विनायक राणा ने एक और उपलब्धि अर्जित की है। विनायक राणा का अब प्रधानमंत्री इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम ‘ध्रुव’ के लिए सिलेक्शन हुआ है। विनायक हिमाचल का एक मात्र छात्र है,जिसकी देश भर के साइंस स्ट्रीम के 30 छात्रों में सेलेक्शन हुई। जिसे ईसरो मुख्यालय बेंगलूरू और आईआईटी दिल्ली में एक्सपर्ट से नये इनोवेटिव आइडियाज सीखने का मौका मिलेगा। यह लर्निंग प्रोग्राम 10 से 24 अक्टूबर तक इसके दो चरण होगा। पहले चरण में 10 अक्टूबर को बेंगलूरू में विशेष प्रशिक्षण सत्र होगा, जिसमें देश भर के 60 छात्र हिस्सा लेंगे। इनमें 30 छात्र साइंस और 30 छात्र आर्ट्स स्ट्रीम के हैं। जिन्हें अलग फील्ड के एक्सपर्ट नये गुर बताएंगे। प्रशिक्षण का दूसरा चरण आईआईटी दिल्ली में 12 से 23 अक्टूबर तक होगा। इस विशेष प्रशिक्षण में एक्सपर्ट छात्राें को और परफेक्ट बनाएंगे। विनायक को इसकी सूचना भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से मिले पत्र से मिली है। विनायक ने वर्ष 2018 में इंस्पायर अवार्ड में हिस्सा लेकर साउंड अलर्ट वाला डस्टबिन तैयार किया था। उस दौरान विनायक का यह मॉडल जिला और प्रदेश स्तर पर अब्बल रहने के बाद राष्ट्रीय स्तर के लिए भी चयनित हुआ था। दिल्ली आईआईटी के इंजीनियर ने भी विनायक के इस स्मार्ट माडल को अपने ढंग से मोडीफाई किया था। अब स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम के तहत विनायक का माडल अगले वर्ष जापान के रिसर्च सेंटर में भेजा जा रहा है। अपनी इस उपलब्धि को लेकर विनायक राणा खासा उत्साहित है। विनायक की माने तो इस लर्निंग प्रोग्राम के जरिये वो नए आइडियाज लेकर अपने अगले मॉडल पर काम करेगा।

बाइट -- विनायक राणा (चयनित छात्र)
VINAYAK ISRO 3


बाइट -- संजीव राणा (विनायक के पिता)
VINAYAK ISRO 4

अपने बेटे की उपलब्धि पर परिजनों भी खुश है। विनायक के पिता संजीव राणा ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि उनका बेटा देशभर में जिला ऊना और प्रदेश का नाम रोशन कर रहा है।


बाइट -- प्रदीप सिंह (नोडल ऑफिसर, शिक्षा विभाग)
VINAYAK ISRO 5

शिक्षा विभाग के नोडल ऑफिसर प्रदीप सिंह ने कहा कि नौवीं के छात्र विनायक राणा का चयन पीएम इनोवेटिव लर्निंग प्रोग्राम के लिए हुआ है। जिससे प्रतिभाशाली छात्र को और आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।

Conclusion:
Last Updated : Oct 6, 2019, 12:04 AM IST

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