ऊना: नए साल के दिन ऊना में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है. जिला मुख्यालय के निर्माणाधीन मिनी सचिवालय साइट पर ट्रक से मार्बल उतारते समय हुए हादसे (labourers buried under marble in una) में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इनमें से एक जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. मृतकों की पहचान छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले की कसडोल तहसील के छबड़ी गांव निवासी शिवा और शंकर के रूप में की गई है.
बताया जा रहा है कि मिनी सचिवालय निर्माणाधीन साइट के लिए एक ट्रक में मार्बल लाया गया था, जिसे अनलोड करते वक्त ट्रक में मौजूद 5 मजदूर ट्रक का एक साइड का पहिया बैठने के चलते मार्बल के बीच में दब (una unloading marble accident) गए. मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों की चीख पुकार सुनकर साइट पर काम कर रहे मजदूर, आसपास के दुकानदार और अन्य लोग भी घटनास्थल की ओर भागे. लोगों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद लोहे के पाइप डालकर मार्बल को हटाने का काम किया इसी दौरान पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उसमें दबे मजदूरों को बाहर निकाला गया.
पांच मजदूरों में से तीन को बेहोशी की हालत में क्षेत्रीय अस्पताल लाया गया. जहां 2 मजदूरों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि एक मजदूर को नाजुक हालत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है. जबकि दो मजदूर स्थिर होने के चलते उनका यहीं उपचार चल रहा है. मृतकों की पहचान छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले की कसडोल तहसील के छबड़ी गांव निवासी 37 वर्षीय शिवा पुत्र जगदीश कोंसी और 35 वर्षीय मोहन पुत्र फितर राम के रूप में की गई है. हादसे में घायल हुए 3 मजदूरों में से दो छबड़ी गांव के ही निवासी हैं, जिनकी पहचान 32 वर्षीय तुला राम पुत्र नानकू, 35 वर्षीय केदारनाथ पुत्र रामप्रसाद और बिहार के समस्तीपुर जिला के निवासी 32 वर्षीय शंकर पासवान पुत्र चुलाहे पासवान के रूप में की गई है.
घटना की जानकारी मिलते ही वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती समेत प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. हादसे के बाद शहर भर में अफरा-तफरी का माहौल रहा. वहीं, घटना स्थल का दौरा करने के बाद डीसी राघव शर्मा घायलों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे. एसपी अर्जित सेन ठाकुर ने बताया पुलिस मामले की जांच में जुटी है. एसडीएम निधि पटेल ने कहा कि मृतकों के स्वजनों को मौके पर 25-25 हजार और घायलों को 10-10 हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की गई है.