ऊना: लोक निर्माण विभाग के ऊना स्थित विद्युत मंडल के अधिशासी कार्यालय (Corruption case in PWD Department UNA) में करीब 19 लाख रुपए की हेराफेरी के मामले में इसी कार्यालय के आरोपी जूनियर असिस्टेंट राकेश सिंह को गिरफ्तार (Junior assistant arrested in Una) कर लिया है. स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो की जिला टीम ने आरोपी राकेश सिंह के खिलाफ 21 जनवरी को धोखाधड़ी का केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की थी.
वहीं, इस मामले की जांच में विभाग के ही कुछ पूर्व अधिशासी अभियंता पर भी विजिलेंस द्वारा विभागीय (PWD Corruption case in UNA) कार्रवाई करने की सिफारिश की गई थी. स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के ऊना स्थित डीएसपी अनिल मेहता ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि विजिलेंस ने आरंभिक जांच के बाद आरोपी राकेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. जिसे बुधवार को (Anti Corruption Bureau action in UNA) अदालत में पेश किया जाएगा.
बता दें कि पीडब्लूडी के इलेक्ट्रिसिटी सर्कल के अधिशासी अभियंता मनीष भूप्पल ने विजिलेंस विभाग को दी शिकायत में बताया था कि उनके कार्यालय में कार्यरत कनिष्ट सहायक राकेश सिंह ने वित्त वर्ष 2019-20 में अधिशासी अभियंताओं को गुमराह करते हुए अपने भविष्य निधि खाते में पैसे न होते हुए भी अग्रिम प्रत्यहरण करते हुए 6 निकासियों में करीब 19 लाख रुपए के सरकारी फंड की हेराफेरी करते हुए दुरुपयोग किया है. वहीं, स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा मामले के मास्टरमाइंड आरोपी राकेश सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 और 201 के तहत केस दर्ज किया गया था.
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