ऊना: प्रदेश पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने गुरुवार को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के बौल में ग्लेज पॉट्री वर्कशॉप का शुभारंभ किया. वर्कशॉप में प्रशिक्षुओं को मिट्टी के ऐसे चमकदार बर्तन बनाना सिखाए जाएंगे, जो महंगे भी होते हैं और बाजार में भी इनकी अच्छी मांग होती है.
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि गांव में आजीविका के साधन प्रदान करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है, जिसके माध्यम से पारंपरिक कलाओं को सिखाने वाले और सीखने वालों को प्रोत्साहन भत्ता प्रदान किया जा रहा है.
मंत्री ने कहा कि बौल में ग्लेज पॉट्री वर्कशाप ग्रामीण विकास विभाग के एनआरएलएम में एक विशेष परियोजना है. ग्लेस पॉट्री परियोजना के लिए 10 लाख रुपये का बजट मिला है, जिससे स्वचालित चक्कियां (पॉटर व्हील) और बर्तनों को पकाने के लिए इलेक्ट्रिक भट्टी खरीदी गई है.
बौल के इस स्थान को स्वयं सहायता समूहों के तैयार किए गए उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए शो रूम के रूप में विकसित किया जाएगा. कंवर ने कहा कि बैंबूना के तहत तैयार हो रहे बांस के उत्पादों को भी यहां पर प्रदर्शित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना से प्रदेश की परंपरागत दस्तकारी को पुनर्जीवन मिलेगा. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कुशल कामगार तैयार होंगे, वहीं युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा कि अन्य जिलों में भी वहां की पारंपरिक दस्तकारी के अनुरूप युवाओं को योजना के तहत काम सिखाया जाएगा.
वीरेंद्र कंवर ने बनाया मिट्टी का बर्तन
ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बौल में ग्लेज पॉट्री वर्कशाप का शुभारंभ करते हुए मिट्टी का बर्तन खुद भी तैयार किया. उन्होंने बौल में तैयार किए उत्पादों की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया और इन्हें खूब सराहा. पंचायती राज मंत्री ने बीमारी से जूझ रहे तलहेड़ा निवाली ध्यान चंद को 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का चैक प्रदान किया.
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