ETV Bharat / city

ऊना में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन, डॉ. राजीव सैजल ने की शिरकत - ऊना में राष्ट्रीय बालिका दिवस

महिला एवं बाल विकास निदेशालय ने शुक्रवार को पुलिस लाइन झलेड़ा में राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में मेरे गांव की बेटी मेरी शान योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट 28 बालिकाओं और पांच अभिभावकों को सम्मानित किया गया.

National girl child day programme in Una
राष्ट्रीय बालिका दिवस ऊना
author img

By

Published : Jan 24, 2020, 10:41 PM IST

ऊना: सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग के तहत महिला एवं बाल विकास निदेशालय ने शुक्रवार को पुलिस लाइन झलेड़ा में राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया. समारोह में सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता व सहकारिकता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. कार्यक्रम में बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी मौजूद रहे.

सहकारिकता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार प्राप्त है. संविधान में व्यवस्था है कि समाज का प्रत्येक वर्ग एक समान रूप से आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि संविधान में प्रदान किए गए अधिकार सभी के लिए समान रूप से लागू होते हैं. बेटे और बेटियों के लिए भी अधिकार समान रूप से लागू होते हैं लेकिन रूढ़ीवादी सोच और अनभिज्ञयता के कारण समाज में बेटे और बेटियों को समान रूप से नहीं देखा जाता है.

वीडियो रिपोर्ट

डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि बेटों की तुलना में बेटियों को कम क्षमतावान और प्रतिभाशाली माना जाता है लेकिन अगर आज शिक्षा, व्यवसाय, खेलकूद, स्वरोजगार इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में लड़कियां लडकों से भी आगे निकल रही है. डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि लिंगानुपात की बात की जाए तो पहले जिला ऊना के आंकड़े बहुत चिंताजनक थे लेकिन आज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के सफल क्रियान्वयन से लिंगानुपात में काफी सुधार आया है.

इस योजना के तहत बेटियों के परिवारों को सम्मानित करने के लिए डीसी कार्ड जारी करने की योजना शुरू की गई. डीसी कार्ड धारक परिवार को किसी भी सरकारी कार्यालय में संपर्क करने पर प्राथमिकता दी जाती है.इसके साथ ही बेटी के नाम पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बोर्ड लगवाने के लिए दुकानदारों को प्रोत्साहित भी किया गया.

इस अवसर पर मेरे गांव की बेटी मेरी शान योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट 28 बालिकाओं और पांच अभिभावकों को सम्मानित किया गया. साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से जीएनएम कोर्स कर रही नौ छात्राओं व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत पांच दुकानदारों को अपनी बेटी के नाम पर अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान का नाम रखने के लिए सम्मानित किया गया.

ये भी पढ़ें: पालमपुर में बोले विपिन सिंह परमार, प्रदेश सरकार ने 2 साल में भरे 800 चिकित्सकों के पद

ऊना: सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग के तहत महिला एवं बाल विकास निदेशालय ने शुक्रवार को पुलिस लाइन झलेड़ा में राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया. समारोह में सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता व सहकारिकता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. कार्यक्रम में बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी मौजूद रहे.

सहकारिकता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार प्राप्त है. संविधान में व्यवस्था है कि समाज का प्रत्येक वर्ग एक समान रूप से आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि संविधान में प्रदान किए गए अधिकार सभी के लिए समान रूप से लागू होते हैं. बेटे और बेटियों के लिए भी अधिकार समान रूप से लागू होते हैं लेकिन रूढ़ीवादी सोच और अनभिज्ञयता के कारण समाज में बेटे और बेटियों को समान रूप से नहीं देखा जाता है.

वीडियो रिपोर्ट

डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि बेटों की तुलना में बेटियों को कम क्षमतावान और प्रतिभाशाली माना जाता है लेकिन अगर आज शिक्षा, व्यवसाय, खेलकूद, स्वरोजगार इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में लड़कियां लडकों से भी आगे निकल रही है. डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि लिंगानुपात की बात की जाए तो पहले जिला ऊना के आंकड़े बहुत चिंताजनक थे लेकिन आज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के सफल क्रियान्वयन से लिंगानुपात में काफी सुधार आया है.

इस योजना के तहत बेटियों के परिवारों को सम्मानित करने के लिए डीसी कार्ड जारी करने की योजना शुरू की गई. डीसी कार्ड धारक परिवार को किसी भी सरकारी कार्यालय में संपर्क करने पर प्राथमिकता दी जाती है.इसके साथ ही बेटी के नाम पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बोर्ड लगवाने के लिए दुकानदारों को प्रोत्साहित भी किया गया.

इस अवसर पर मेरे गांव की बेटी मेरी शान योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट 28 बालिकाओं और पांच अभिभावकों को सम्मानित किया गया. साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से जीएनएम कोर्स कर रही नौ छात्राओं व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत पांच दुकानदारों को अपनी बेटी के नाम पर अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान का नाम रखने के लिए सम्मानित किया गया.

ये भी पढ़ें: पालमपुर में बोले विपिन सिंह परमार, प्रदेश सरकार ने 2 साल में भरे 800 चिकित्सकों के पद

Intro:सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग के तहत महिला एवं बाल विकास निदेशालय द्वारा आज पुलिस लाईन झलेड़ा में राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता व सहकारिकता मंत्री डॉ राजीव सैजल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी मौजूद रहेBody:सहकारिकता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार प्राप्त है। संविधान में व्यवस्था है कि समाज का प्रत्येक वर्ग एक समान रूप से आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि संविधान द्वारा प्रदान किये गये अधिकार सभी के लिये समान रूप से लागू होते हैं। अगर पुरूष को कोई अधिकार प्राप्त है तो स्त्री भी उस अधिकार की हकदार है। बेटे और बेटियों के लिये भी अधिकार समान रूप से लागू होते हैं। किंतु रूढ़ीवादी सोच और अनभिज्ञयता के कारण समाज में बेटे और बेटियों को समान रूप से नहीं देखा जाता। बेटों की तुलना में बेटियों को कम क्षमतावान और प्रतिभाशाली माना जाता है लेकिन अगर आज शिक्षा, व्यवसाय, खेलकूद, स्वरोजगार इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में नज़र दौड़ाई जाए तो देखेंगे कि आज लड़कियां लडक़ों से भी आगे निकल रही है। किसी भी स्कूल, महाविद्यालय व विश्चविद्यालय के परीक्षा परिणामों का विश्लेषण करें तो पाएंगे कि मैरिट सूची में लड़कियों का दबदबा रहता है।

उन्होंने कहा कि लिगांनुपात की बात की जाए तो पूर्व में जिला ऊना के आंकड़े बहुत चिंताजनक थे। लेकिन आज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के सफल क्रियान्वयन से लिंगानुपात में काफी सुधार आया है और यह प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जिला प्रशासन द्वारा कई अनूठे प्रयोग किये गये। इसके तहत बेटियों वाले परिवारों को सम्मानित करने के लिये डीसी कार्ड जारी करने की योजना शुरू की गई। डीसी कार्ड धारक परिवार को किसी भी सरकारी कार्यालय में संपर्क करने पर प्राथमिकता दी जाती है। इसके साथ-साथ बेटी के नाम पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बोर्ड लगवाने के लिये दुकानदारों को प्रोत्साहित भी किया गया। उन्होंने कहा कि लिगांनुपात को बढ़ाने के लिये किये गये प्रयासों के लिये प्रशासन और जिला निवासी दोनों ही बधाई के पात्र हैं।


Conclusion:इस अवसर पर मेरे गांव की बेटी मेरी शान योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट 28 बालिकाओं और 5 अभिभावकों को सम्मानित किया गया। साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से जीएनएम कोर्स कर रही 9 छात्राओं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत पांच दुकानदारों को अपनी बेटी के नाम पर अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान का नाम रखने के लिये भी सम्मानित किया गया।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.