ऊना: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में युवाओं का प्रदर्शन (Agnipath yojana protest) हो रहा है. हिमाचल में भी लगातार दूसरे दिन युवाओं जगह-जगह (Agnipath Protest In Himachal) प्रदर्शन किया है. शुक्रवार को ऊना के गगरेट विधानसभा क्षेत्र में भी युवाओं ने प्रदर्शन (Agnipath Protest In Una) किया. दरअसल केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने पहुंचे थे. अनुराग ठाकुर के बैठक स्थल से कुछ दूरी पर ही प्रदर्शनकारी युवाओं ने प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
अंदर मंत्री, बाहर प्रदर्शनकारी- दरअसल अनुराग ठाकुर दौलतपुर चौक पर रेस्ट हाउस में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक लेने पहुंचे थे. जैसे ही प्रदर्शन कर रहे युवाओं को इसकी भनक लगी तो प्रदर्शनकारी युवाओं ने रेस्ट हाउस के पास पहुंचकर जमकर नारेबाजी की. रेस्ट हाउस के अंदर केंद्रीय मंत्री की बैठक चल रही थी और कुच ही दूरी पर युवा केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
अनुराग ठाकुर ने की युवाओं से बात- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को जैसे ही युवाओं के प्रदर्शन का पता चला तो तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर कुछ युवाओं को अपने पास बुलाया और उन्हें अग्निपथ योजना के बारे मेें (Anurag Thakur on Agnipath scheme) समझाया. अनुराग ठाकुर ने युवाओं के साथ काफी देर तक अग्निपथ योजना पर चर्चा की और इस योजना के फायदे गिनाते हुए कहा कि ये योजना युवाओं के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार से खिलवाड़ नहीं कर रही. उन्होंने युवाओं से अपील की है कि वो योजना को पूरी तरह से समझने का आग्रह किया.
युवाओं ने उठाए सवाल- अनुराग ठाकुर के दौरे को दौरान ऊना के युवाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर (Agnipath scheme protest) अपना गुबार निकाला. ऊना के दौलतपुर चौक पर पहुंचे युवाओं ने इस योजना को लागू करने पर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. युवाओं का आरोप था कि केंद्र सरकार इस प्रकार की योजनाएं लागू कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. जबकि खुद नेताओं की बड़ी-बड़ी पेंशन बंद करने पर कभी किसी ने ध्यान ही नहीं दिया. युवाओं का तर्क है कि एक बार 5 साल के लिए विधायक, सांसद बनने पर भी नेताओं को पेंशन मिलती है लेकिन युवाओं को सिर्फ 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जा रही है.
लिखित परीक्षा का इंतजार- दरअसल ज्यादातर युवा बाकी भर्तियां रद्द होने को लेकर अपना रोष जता रहे हैं. फौज की तैयारी कर रहे युवाओं के मुताबिक कोरोना का हवाला देकर उनकी लिखित परीक्षा को पहले टाला गया और अब रद्द कर दिया गया है. जबकि कोरोना काल के दौरान कई स्कूल, कॉलेज समेत कई तरह की परीक्षाओं का आयोजन हुआ है साथ ही कोरोना काल में नेताओं की रैलियां भी खूब हुई हैं लेकिन उनपर कोई रोक नहीं लगाई गई. जबकि उन्हें बीते दो साल से लटकाया गया और अब परीक्षा रद्द करके अग्निपथ योजना का ऐलान कर दिया गया है.
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