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सोलन में 191 सीटों पर महिलाएं संभालेगी बागडोर, करीब 3.5 लाख मतदाता करेंगे अपने मत का प्रयोग

जिला सोलन में गांवों की बागडोर इस बार आधी आबादी यानी महिलाओं के हाथ रहेगी. पंचायतों, बीडीसी व जिला परिषद की 375 में से 191 सीटों पर महिलाएं काबिज होंगी. सोलन में 240 पंचायतों में करीब साढ़े तीन लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे.

solan Panchayt raj election
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Published : Dec 24, 2020, 6:22 PM IST

सोलनः हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज चुनाव का बिगुल बज चुका है. ऐसे में जहां प्रदेश की जयराम सरकार पंचायती राज चुनावों में भाजपा की जीत की दावेदारी कर रही है. वहीं, कांग्रेस भी पंचायती राज चुनावों में जीत का दावा कर रही है. पंचायती राज व निकाय चुनाव के लिए चुनाव आयोग की घोषणा के बाद अब उम्मीदवारों ने प्रचार का भी श्रीगणेश कर दिया है.

आयोग की घोषणा के बाद संभावित उम्मीदवारों की कदमताल बढ़ गई है और देर रात तक बैठकों का दौर शुरू हो गया है. कोई अपनी पत्नी की पैरवी करने के लिए नेताओं के पास हाजिरी भरने पहुंच रहा हैं तो कोई जनता के बीच राजनीतिक जमीन ढूंढता पहुंच रहा है. वहीं, जिला की युवा शक्ति इंटरनेट मीडिया को ही अपनी जीत का आधार मान चुकी हैं.

जिला सोलन में भी 240 पंचायतों में करीब साढ़े तीन लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. आंकड़ों की अगर बात की जाए तो जिला में करीब 3,43,406 मतदाता हैं जिनमे से 1,75,018 पुरुष मतदाता हैं और 1,68,381 महिला मतदाता हैं. जिला सोलन में 240 पंचायत हैं जिनमे से धर्मपुर में 44 पंचायतें, कंडाघाट में 26, कुनिहार में 56, नालागढ़ में 77 और सोलन में 37 पंचायते हैं.

यहां दिलचस्प होगा मुकाबला

नए परिसीमन और रोस्टर के मुताबिक अब जिला सोलन में तीन नगर परिषद और दो नगर पंचायतों की 41 सीटों के लिए जोड़तोड़ का दौर चल रहा है. इसके साथ ही जिला में 240 पंचायतों में 191 पंचायतें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. जिला सोलन का अधिकतर हिस्सा अब तक कांग्रेस का गढ़ रहा है, लेकिन बीते कुछ सालों से भाजपा की रणनीति कांग्रेस पर भारी पड़ती जा रही है. जिला में अब तक कई विजेता प्रत्याशी कांग्रेस का दामन छोड़ चुके हैं. कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों पर कमजोर पड़ती नेताओं की पकड़ कांग्रेस को बड़ा झटका भी दे सकती है.

बद्दी नगर परिषद में रोचक होगा मुकाबला

जिला सोलन का सबसे रोचक मुकाबला इस दफा बद्दी नगर परिषद में होने वाला है. यहां करीब 20 साल के बाद कांग्रेस के गढ़ में भाजपा ने कमल खिलाने में कामयाबी हासिल की थी. दून यानी बद्दी क्षेत्र में चौधरी परिवार का एक छत्र राज भाजपा तोड़ तो चुकी है, लेकिन अब एक बार फिर चौधरी परिवार निकाय चुनाव में भाजपा के लिए बड़ी टक्कर के रूप में सामने हो सकता है. गौर हो कि एकमात्र जीत भी भाजपा को कांग्रेस का पार्षद तोड़ने के बाद ही मिली थी. पहली बार विजय हासिल करने के बाद भाजपा ने यहां अपने प्रत्याशियों को कांग्रेस से दो कदम पहले ही मैदान में उतार दिया है, जबकि कांग्रेस अपनी खोई हुई इस नगर परिषद पर सोच समझकर ही पांव रखना चाहती है.

निकाय चुनाव में 41 में से 19 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित

जिला सोलन में निकाय चुनाव के लिए कुल 41 सीटे हैं, जिनमें से 19 महिला आरक्षित हैं. सोलन को निगम का तोहफा मिलने के बाद अब तीन नगर परिषदें परवाणू, बद्दी और नालागढ़ शेष रह गई हैं. इसके साथ ही दो नगर पंचायतें अर्की व कंडाघाट शामिल हुई हैं. जिला की तीनों नगर परिषदों में नौ-नौ सीटें हैं और सभी का चुनावी रोस्टर लगभग एक जैसा है.

ये क्षेत्र महिलाओं के लिए आरक्षित

सभी परिषदों में चार-चार सीटें महिलाओं के आरक्षित हैं, जबकि कंडाघाट नगर पंचायत की कुल सात सीटों में से चार महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. अर्की नगर पंचायत में सात में से तीन सीटें महिला आरक्षित की गई हैं. पहली बार नगर पंचायत बनी कंडाघाट में अध्यक्ष की सीट भी महिला के लिए आरक्षित है. नगर परिषद नालागढ़ में भी इस बार अध्यक्ष की कुर्सी महिला आरक्षित कर दी गई है.

जिला में 50 फीसदी सीट महिलाओं के लिए आरक्षित

जिला सोलन में गांवों की बागडोर इस बार आधी आबादी यानी महिलाओं के हाथ रहेगी. जिले में चुनाव के जारी हुए रोस्टर में 50 फीसद सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं. पंचायतों, बीडीसी व जिला परिषद की 375 में से 191 सीटों पर महिलाएं काबिज होंगी. पंचायत व निकाय चुनाव में महिला शक्ति को आगे लाने के लिए सरकार द्वारा महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दिया गया है. इसी के आधार पर महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हुई हैं. जिले में 240 पंचायतें, पांच पंचायत समितियों के 118 वार्ड व जिला परिषद के 17 वार्ड हैं.

पांच ब्लॉकों में हैं 240 पांचायतें

जिले में पांच ब्लॉकों में 240 पांचायतें हैं. इसमें धर्मपुर ब्लॉक में 44 पंचायतों में से 22 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जिसमें 14 ओपन महिला व आठ एससी महिला के लिए आरक्षित हैं. वहीं 14 सीटें अनारक्षित व आठ एससी के लिए आरक्षित हैं. सोलन ब्लॉक में 37 पंचायतों में से 19 पंचायतें महिलाओं के लिए आरक्षित रखी गई हैं, जिसमें 11 ओपन महिला व आठ एससी महिलाओं के लिए हैं. वहीं 10 पंचायतें ओपन व आठ एससी के लिए आरक्षित हैं.

कुनिहार ब्लॉक में इतनी सीटें आरक्षित

कुनिहार ब्लॉक में 56 पंचायतों में से 28 महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जिसमें 20 ओपन महिला व आठ एससी महिला के लिए हैं. वहीं 20 पंचायतें अनारक्षित व आठ एससी के लिए रिजर्व हैं. नालागढ़ ब्लॉक में 77 में से 39 पंचायतें महिलाओं के लिए हैं, जिसमें 20 ओपन महिला, 10 एससी महिला, चार ओबीसी महिला व पांच एसटी महिला के लिए रिजर्व हैं. वहीं, 22 पंचायतें अनारक्षित, तीन ओबीसी, नौ एससी व चार एसटी के लिए आरक्षित हैं. कंडाघाट ब्लॉक में 26 पंचायतों में से 13 महिलाओं के लिए आरक्षित है, जिसमें आठ ओपन महिला व पांच एससी महिलाओं के लिए हैं. वहीं आठ पंचायतें अनारक्षित व पांच एससी के लिए आरक्षित हैं.

ये भी पढ़ें- सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं का किया जाएगा संचालन, केंद्रों में होगी बढ़ोतरी: डॉ. सुरेश सोनी

सोलनः हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज चुनाव का बिगुल बज चुका है. ऐसे में जहां प्रदेश की जयराम सरकार पंचायती राज चुनावों में भाजपा की जीत की दावेदारी कर रही है. वहीं, कांग्रेस भी पंचायती राज चुनावों में जीत का दावा कर रही है. पंचायती राज व निकाय चुनाव के लिए चुनाव आयोग की घोषणा के बाद अब उम्मीदवारों ने प्रचार का भी श्रीगणेश कर दिया है.

आयोग की घोषणा के बाद संभावित उम्मीदवारों की कदमताल बढ़ गई है और देर रात तक बैठकों का दौर शुरू हो गया है. कोई अपनी पत्नी की पैरवी करने के लिए नेताओं के पास हाजिरी भरने पहुंच रहा हैं तो कोई जनता के बीच राजनीतिक जमीन ढूंढता पहुंच रहा है. वहीं, जिला की युवा शक्ति इंटरनेट मीडिया को ही अपनी जीत का आधार मान चुकी हैं.

जिला सोलन में भी 240 पंचायतों में करीब साढ़े तीन लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. आंकड़ों की अगर बात की जाए तो जिला में करीब 3,43,406 मतदाता हैं जिनमे से 1,75,018 पुरुष मतदाता हैं और 1,68,381 महिला मतदाता हैं. जिला सोलन में 240 पंचायत हैं जिनमे से धर्मपुर में 44 पंचायतें, कंडाघाट में 26, कुनिहार में 56, नालागढ़ में 77 और सोलन में 37 पंचायते हैं.

यहां दिलचस्प होगा मुकाबला

नए परिसीमन और रोस्टर के मुताबिक अब जिला सोलन में तीन नगर परिषद और दो नगर पंचायतों की 41 सीटों के लिए जोड़तोड़ का दौर चल रहा है. इसके साथ ही जिला में 240 पंचायतों में 191 पंचायतें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. जिला सोलन का अधिकतर हिस्सा अब तक कांग्रेस का गढ़ रहा है, लेकिन बीते कुछ सालों से भाजपा की रणनीति कांग्रेस पर भारी पड़ती जा रही है. जिला में अब तक कई विजेता प्रत्याशी कांग्रेस का दामन छोड़ चुके हैं. कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों पर कमजोर पड़ती नेताओं की पकड़ कांग्रेस को बड़ा झटका भी दे सकती है.

बद्दी नगर परिषद में रोचक होगा मुकाबला

जिला सोलन का सबसे रोचक मुकाबला इस दफा बद्दी नगर परिषद में होने वाला है. यहां करीब 20 साल के बाद कांग्रेस के गढ़ में भाजपा ने कमल खिलाने में कामयाबी हासिल की थी. दून यानी बद्दी क्षेत्र में चौधरी परिवार का एक छत्र राज भाजपा तोड़ तो चुकी है, लेकिन अब एक बार फिर चौधरी परिवार निकाय चुनाव में भाजपा के लिए बड़ी टक्कर के रूप में सामने हो सकता है. गौर हो कि एकमात्र जीत भी भाजपा को कांग्रेस का पार्षद तोड़ने के बाद ही मिली थी. पहली बार विजय हासिल करने के बाद भाजपा ने यहां अपने प्रत्याशियों को कांग्रेस से दो कदम पहले ही मैदान में उतार दिया है, जबकि कांग्रेस अपनी खोई हुई इस नगर परिषद पर सोच समझकर ही पांव रखना चाहती है.

निकाय चुनाव में 41 में से 19 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित

जिला सोलन में निकाय चुनाव के लिए कुल 41 सीटे हैं, जिनमें से 19 महिला आरक्षित हैं. सोलन को निगम का तोहफा मिलने के बाद अब तीन नगर परिषदें परवाणू, बद्दी और नालागढ़ शेष रह गई हैं. इसके साथ ही दो नगर पंचायतें अर्की व कंडाघाट शामिल हुई हैं. जिला की तीनों नगर परिषदों में नौ-नौ सीटें हैं और सभी का चुनावी रोस्टर लगभग एक जैसा है.

ये क्षेत्र महिलाओं के लिए आरक्षित

सभी परिषदों में चार-चार सीटें महिलाओं के आरक्षित हैं, जबकि कंडाघाट नगर पंचायत की कुल सात सीटों में से चार महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. अर्की नगर पंचायत में सात में से तीन सीटें महिला आरक्षित की गई हैं. पहली बार नगर पंचायत बनी कंडाघाट में अध्यक्ष की सीट भी महिला के लिए आरक्षित है. नगर परिषद नालागढ़ में भी इस बार अध्यक्ष की कुर्सी महिला आरक्षित कर दी गई है.

जिला में 50 फीसदी सीट महिलाओं के लिए आरक्षित

जिला सोलन में गांवों की बागडोर इस बार आधी आबादी यानी महिलाओं के हाथ रहेगी. जिले में चुनाव के जारी हुए रोस्टर में 50 फीसद सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं. पंचायतों, बीडीसी व जिला परिषद की 375 में से 191 सीटों पर महिलाएं काबिज होंगी. पंचायत व निकाय चुनाव में महिला शक्ति को आगे लाने के लिए सरकार द्वारा महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दिया गया है. इसी के आधार पर महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हुई हैं. जिले में 240 पंचायतें, पांच पंचायत समितियों के 118 वार्ड व जिला परिषद के 17 वार्ड हैं.

पांच ब्लॉकों में हैं 240 पांचायतें

जिले में पांच ब्लॉकों में 240 पांचायतें हैं. इसमें धर्मपुर ब्लॉक में 44 पंचायतों में से 22 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जिसमें 14 ओपन महिला व आठ एससी महिला के लिए आरक्षित हैं. वहीं 14 सीटें अनारक्षित व आठ एससी के लिए आरक्षित हैं. सोलन ब्लॉक में 37 पंचायतों में से 19 पंचायतें महिलाओं के लिए आरक्षित रखी गई हैं, जिसमें 11 ओपन महिला व आठ एससी महिलाओं के लिए हैं. वहीं 10 पंचायतें ओपन व आठ एससी के लिए आरक्षित हैं.

कुनिहार ब्लॉक में इतनी सीटें आरक्षित

कुनिहार ब्लॉक में 56 पंचायतों में से 28 महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जिसमें 20 ओपन महिला व आठ एससी महिला के लिए हैं. वहीं 20 पंचायतें अनारक्षित व आठ एससी के लिए रिजर्व हैं. नालागढ़ ब्लॉक में 77 में से 39 पंचायतें महिलाओं के लिए हैं, जिसमें 20 ओपन महिला, 10 एससी महिला, चार ओबीसी महिला व पांच एसटी महिला के लिए रिजर्व हैं. वहीं, 22 पंचायतें अनारक्षित, तीन ओबीसी, नौ एससी व चार एसटी के लिए आरक्षित हैं. कंडाघाट ब्लॉक में 26 पंचायतों में से 13 महिलाओं के लिए आरक्षित है, जिसमें आठ ओपन महिला व पांच एससी महिलाओं के लिए हैं. वहीं आठ पंचायतें अनारक्षित व पांच एससी के लिए आरक्षित हैं.

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