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जल जीवन मिशन: अब ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं खुद कर सकेंगी पानी की टेस्टिंग

सोलन में महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांच के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रदेश में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत यह कार्य प्रत्येक गांव में चलाया जाएगा. इसकी शुरूआत कर दी गई है. इससे जहां पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, वहीं लोगों को स्वच्छ जल मुहैया हो पाएगा.

पानी की टेस्टिंग
पानी की टेस्टिंग
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Published : Mar 15, 2022, 11:49 AM IST

Updated : Mar 15, 2022, 11:55 AM IST

सोलन: पानी की शुद्धता और गुणवत्ता जांच अब महिलाएं खुद कर सकेंगी. इसके लिए जल शक्ति विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर महिलाओं को प्रशिक्षण और फिल्ड टेस्ट किट देगा. प्रत्येक गांव में पांच महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांच (Water testing in rural areas in solan ) के लिए तैयार किया जाएगा. इसमें महिलाएं अपने क्षेत्र के जलस्त्रोतों से खुद पानी के सैंपल लेंगी और इसकी रिपोर्ट भी उन्हें मौके पर मिल जाएगी. यदि पानी की गुणवत्ता खराब होगी तो जल शक्ति विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर पानी की गुणवत्ता सुधार के लिए उचित कदम उठाएंगे. इससे पहले जलशक्ति विभाग ही ग्रामीण क्षेत्रों में खुद पानी की जांच करता था.

एसई जल शक्ति विभाग सोलन के मुकेश हीरा ने बताया कि महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांच के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. महिलाएं इस कार्य में आगे आकर प्रशिक्षण ले रही है. गांव में पांच महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट दी जा रही है. उन्होंने बताया कि एफटीके (फील्ड टेस्ट किट) में पानी की क्वालिटी जांचने के लिए एक तरह का कीट है.

इस किट के जरिये पानी में मौजूद आर्सेनिक, हानिकारक बैक्टीरिया, रासायनिक अशुद्धियों, एलिमेंट, पार्टिकल्स आदि का पता लगाया जाता है. फील्ड टेस्ट किट्स (एफटीके) की मदद से पानी की शुद्धता की जांच आसानी से की जा सकती है. उन्होंने बताया कि जिला की सभी 240 पंचायतों में इस तरह के प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. अभी तक 40-50 पंचायतों में इस तरह के प्रशिक्षण आयोजित किए जा चुके हैं.

प्रदेश में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत यह कार्य प्रत्येक गांव में चलाया जाएगा. इसकी शुरूआत कर दी गई है. इससे जहां पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, वहीं लोगों को स्वच्छ जल मुहैया हो पाएगा. वहीं, किट के जरिए करीब दो मिनट में रिपोर्ट आ जाएगी. जानकारी के अनुसार जल शक्ति विभाग की ओर से जल जीवन मिशन के तहत कई घर-घर तक पेयजल पहुंचाने की मुहिम शुरू की है.

सोलन में इस मुहिम के तहत लोगों को आईईसी एक्टिविटी के तहत जागरूक किया जा रहा है. इसी के साथ पांच महिलाओं को पेयजल स्रोत में पानी की गुणवत्ता और शुद्धता के बारे में बता रहे हैं. प्रशिक्षण के बाद महिलाएं खुद ही पानी की क्वालिटी जांच कर पाएंगी.

गौर रहे कि प्रदेश में ग्रामीण स्तर पर कई जल स्रोत हैं. जिनकी गुणवत्ता जांच के लिए जल शक्ति विभाग की टीम पानी की सैंपलिंग करती थी और पंचायत स्तर पर भी टीम पानी के बारे में पता लगाती थी, लेकिन अब जल जीवन मिशन के तहत नए प्रयास विभाग ने शुरू किए हैं. इसमें महिलाएं आगे आ रही हैं और प्रशिक्षण ले रही हैं.

ये भी पढ़ें: शिमला में EPFO ऑफिस में सीबीआई की रेड, फाइल जब्त कर जांच में जुटी टीम

सोलन: पानी की शुद्धता और गुणवत्ता जांच अब महिलाएं खुद कर सकेंगी. इसके लिए जल शक्ति विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर महिलाओं को प्रशिक्षण और फिल्ड टेस्ट किट देगा. प्रत्येक गांव में पांच महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांच (Water testing in rural areas in solan ) के लिए तैयार किया जाएगा. इसमें महिलाएं अपने क्षेत्र के जलस्त्रोतों से खुद पानी के सैंपल लेंगी और इसकी रिपोर्ट भी उन्हें मौके पर मिल जाएगी. यदि पानी की गुणवत्ता खराब होगी तो जल शक्ति विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर पानी की गुणवत्ता सुधार के लिए उचित कदम उठाएंगे. इससे पहले जलशक्ति विभाग ही ग्रामीण क्षेत्रों में खुद पानी की जांच करता था.

एसई जल शक्ति विभाग सोलन के मुकेश हीरा ने बताया कि महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांच के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. महिलाएं इस कार्य में आगे आकर प्रशिक्षण ले रही है. गांव में पांच महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट दी जा रही है. उन्होंने बताया कि एफटीके (फील्ड टेस्ट किट) में पानी की क्वालिटी जांचने के लिए एक तरह का कीट है.

इस किट के जरिये पानी में मौजूद आर्सेनिक, हानिकारक बैक्टीरिया, रासायनिक अशुद्धियों, एलिमेंट, पार्टिकल्स आदि का पता लगाया जाता है. फील्ड टेस्ट किट्स (एफटीके) की मदद से पानी की शुद्धता की जांच आसानी से की जा सकती है. उन्होंने बताया कि जिला की सभी 240 पंचायतों में इस तरह के प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. अभी तक 40-50 पंचायतों में इस तरह के प्रशिक्षण आयोजित किए जा चुके हैं.

प्रदेश में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत यह कार्य प्रत्येक गांव में चलाया जाएगा. इसकी शुरूआत कर दी गई है. इससे जहां पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, वहीं लोगों को स्वच्छ जल मुहैया हो पाएगा. वहीं, किट के जरिए करीब दो मिनट में रिपोर्ट आ जाएगी. जानकारी के अनुसार जल शक्ति विभाग की ओर से जल जीवन मिशन के तहत कई घर-घर तक पेयजल पहुंचाने की मुहिम शुरू की है.

सोलन में इस मुहिम के तहत लोगों को आईईसी एक्टिविटी के तहत जागरूक किया जा रहा है. इसी के साथ पांच महिलाओं को पेयजल स्रोत में पानी की गुणवत्ता और शुद्धता के बारे में बता रहे हैं. प्रशिक्षण के बाद महिलाएं खुद ही पानी की क्वालिटी जांच कर पाएंगी.

गौर रहे कि प्रदेश में ग्रामीण स्तर पर कई जल स्रोत हैं. जिनकी गुणवत्ता जांच के लिए जल शक्ति विभाग की टीम पानी की सैंपलिंग करती थी और पंचायत स्तर पर भी टीम पानी के बारे में पता लगाती थी, लेकिन अब जल जीवन मिशन के तहत नए प्रयास विभाग ने शुरू किए हैं. इसमें महिलाएं आगे आ रही हैं और प्रशिक्षण ले रही हैं.

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Last Updated : Mar 15, 2022, 11:55 AM IST
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