कसौली/सोलन: प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते नदी-नाले इन दिनों उफान पर हैं. इससे न सिर्फ लोगों बल्कि सरकारी संपत्ति का भी नुकसान हो रहा है. प्रदेश के प्रवेशद्वार परवाणू के साथ लगती कौशल्या नदी (Kaushalya river in Parwanoo) में भी बारिश के चलते जलस्तर बढ़ा है. पानी का स्तर बढ़ने से नदी पर बने चैक का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो (Check dam on Kaushalya river) गया है. वहीं पानी के साथ आए मलबे और गाद के कारण लिफ्टिंग मशीन और पाइपें भी खराब हुई हैं. हालांकि मंगलवार को हिमुडा के कर्मचारी पाइप लाइनों को ठीक करने के लिए दिन भर जुटे रहे.
बता दें कि परवाणू क्षेत्र में कौशल्या नदी पर एक चैक डेम बनाया गया है. भारी बरसात में चैक डेम को हर बार नुकसान होता है. हालांकि इस चैक डेम को बने हुए भी काफी समय नहीं हुआ है. वहीं परवाणू की जनता के लिए पानी की लिफ्टिंग भी यही से होती है. लेकिन मंगलवार को बरसात में मशीन खराब होने और पाइप के टूट जाने से लिफ्टिंग प्रभावित हुई है. उधर, नगर परिषद परवाणू के पार्षद और पूर्व अध्यक्ष ठाकुरदास शर्मा ने हिमुडा पर सवाल खड़े किए हैं.
उन्होंने कहा कि यह योजना 2012 में शुरू हुई थी. इसके लिए केंद्र सरकार से करीब सात करोड़ रुपये की राशि आई थी. इसमें से लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये हिमुडा को बांध बनाने के लिए दिए थे. बांध निर्माण में शुरू से कुछ खामियां आ रही हैं. उन्होंने कहा कि कई बार सरकार और विभाग को चैक डेम ठीक करवने के लिए कहा गया है. लेकिन विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि बरसात में यहां अकसर नुकसान होता है. इस बार भी चैक डेम समेत पाइप लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं. उन्होंने मांग उठाई की जल्द से जल्द यहां क्षतिग्रस्त हुई पाइप लाइनों को ठीक किया जाए. ताकि पानी की सप्लाई प्रभावित (Kaushalya Drinking Water Scheme) न हो.
वहीं, हिमुडा के पेयजल आपूर्ति प्रभारी राजेश चौहान ने बताया कि पानी की सप्लाई को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. रुक रुक हो रही बारिश से वेल्डिंग में बाधा आ रही है. जल्दी ही सप्लाई बहाल कर दी जाएगी. बात दें कि प्रदेश में हो रही भारी बारिश (Weather update of Himachal) के चलते जगह-जगह नुकसान हो रहा है. बीते दिनों भी धर्मपुर में बरसाती नाले के चलते कई घरों में पीनी घुस गया था. जबकि कसौली में हुई भारी बारिश के चलते हाईवे समेत कई जगहों पर नुकसान हुआ है. वहीं प्रशासन ने भी लोगों को नदी-नालों के समीप जाने से मना किया है, ताकी किसी के जानमाल का कोई नुकसान न हो.