सोलन: हिमाचल की दो दवाओं समेत देश में 6 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं. सीडीएससीओ ने इस माह का ड्रग अलर्ट जारी किया है. सीडीएससीओ ने देशभर से 644 दवाओं के सैंपल एकत्रित किए थे, जिनमें से 636 दवाएं मानकों पर खरी उतरी हैं और 8 दवाएं सब स्टैंडर्ड पाई गई हैं. हिमाचल की 2 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं. इनमें औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन और ऊना के एक-एक उद्योग की दवा शामिल हैं.
फेल होने वाली दवाओं में मैसर्ज थियोन फार्मास्यूटिकल लिमिटेड गांव सैणीमाजरा तहसील नालागढ़ की लाइनजोलिड-300 एमजी का बैच नंबर जीटी-200228 शामिल है. दूसरा मैसर्ज स्टैंडर्ड लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड, 8 इंडस्ट्रीयल एरिया मैहतपुर जिला ऊना की नूहेंज टैबलेट का बैच नंबर टी-0501969 फेल हुआ है. इन दवाओं के सैंपल सीडीएससीओ साऊथ जोन चेन्नई और ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट हिमाचल प्रदेश से लिए गए थे और इनकी जांच सीडीएल कोलकाता और आरडीटीएल चंडीगढ़ में हुई थी.
इन बीमारियों में होता है दवाओं का इस्तेमाल
इन दवाओं में लाइनजोलिड का इस्तेमाल फेफड़ों में होने वाले बैक्टीरियल संक्रमण (निमोनिया) और त्वचा पर या उसकी सतह के नीचे होने वाले संक्रमण के उपचार में होता है. नूहेंज दवा का प्रयोग गंभीर मांसपेशियों की जकड़न में सहायक चिकित्सा, हाथ-पांव में दर्द, संवेदना में कमी, मधुमेह, गठीला शरीर कम होना, वजन घटना, नेत्र के रोग, मधुमेह संबंधी पॉलीन्यूरोपैथी, तंत्रिका की क्षति व अन्य स्थितियों के उपचार के लिए निर्देशित किया जाता है.
उद्योगों पर कार्रवाी के आदेश जारी
सहायक राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि सैंपल फेल होने वाले उद्योगों को नोटिस जारी कर दिए हैं, वहीं फेल हुए सैंपलों के बैच मार्केट से हटाने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाहा ने कहा कि दवाओं के फेल होने में वातावरण का भी असर रहता है. बद्दी में जल्द ही ड्रग टेस्टिंग लैब खुल जाएगी. उन्होंने बताया कि दवा निरीक्षकों को इन पर कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.