सोलन: विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल ट्रैक पर जाबली के पास जंगल में भीषण आग लग जाने के कारण वीरवार को तीन ट्रेनें बाधित हुईं. जंगल की आग ट्रैक तक पहुंचने पर सुरक्षा कारणों से वहां से गुजर रही तीन ट्रेनों को रोकना पड़ा. इस दौरान यात्रियों में अफरातफरी का माहौल रहा.
सूचना पर रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया. आग इतनी भीषण तरीके से लगी थी कि उसे बुझाने के लिए वन विभाग व रेलवे की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. करीब एक घंटे तक ट्रैक पर आवाजाही बाधित रही.
ये भी पढ़े: अनुराग तो बने टीम मोदी के सदस्य, अब सबकी नजरें जेपी नड्डा पर
बताया जा रहा है कि यह आग पिछले दो दिनों से लगी है जो धीरे-धीरे वीरवार को ट्रैक तक पहुंच गई. इसके चलते तीन ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोका गया. इस दौरान शिमला जा रही अप हिमालयन क्वीन को कोटी में और कालका जा रही होलीडे स्पेशल ट्रेन को सनवारा में रोका गया. जबकि डाउन हिमालयन क्वीन को धर्मपुर में आधे से एक घंटे तक रोकना पड़ा.
आग लगने से जहां वन संपदा को नुकसान पहुंचा है, वहीं ट्रेनों के लेट होने से पर्यटकों को समस्या का सामना करना पड़. गौरतलब हो कि इन दिनों बाहरी राज्यों से पर्यटक हिमाचल आ रहे हैं. अधिकतर पर्यटक टॉय ट्रेन के जरिए शिमला पहुंचते हैं. परंतु इस तरह की घटना से पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
ये भी पढ़े: B.Ed की 8 हजार सीटों के लिए साढ़े 13 हजार से अधिक छात्र देंगे परीक्षा, प्रदेश में बनाए गए 32 सेंटर्स
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल ट्रैक व अन्य जगहों पर रेलवे अधिकारियों ने लोगों से आग न लगाने की अपील की है. उनका कहना है कि इससे न केवल वन संपदा को नुकसान हो रहा है बल्कि पर्यावरण भी दूषित हो रहा है.