Ambedkar Jayanti 2022: संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर को पूरा देश कर रहा नमन: भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की आज 131वीं जयंती मनाई जा रही है. डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है.
बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर सीएम जयराम ने दी श्रद्धांजलि: हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर समेत कई दिग्गजों ने भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि (cm jairam on bhimrao ambedkar) अर्पित की है. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है. वर्ष 1990 में उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया.
सीएम जयराम ठाकुर ने प्रदेशवासियों को बैसाखी पर्व की बधाई दी: बैसाखी पर्व पर हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर (cm jairam thakur on baisakhi festival ) समेत कई दिग्गजों ने प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. देश के अलग-अलग जगहों पर इसे अलग-अलग नामों से मनाया जाता है जैसे कि असम में बिहू (bihu in assam), केरल में पूरम विशु और बंगाल में नबा वर्षा के नाम से लोग इसे मनाते हैं.
आस्था का प्रतीक विशु मेले का आगाज, दूर-दराज से पहुंच रहे लोग: हिमाचल के सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र में आस्था के प्रतीक विशु मेले का आगज हो गया है. बैसाखी संक्रांति के दिन से विशु मेले का आयोजन शुरू होता है और यह सिलसिला लगभग पूरे (vishu fair in paonta sahib) माह चलता है. कई लोग भी अपने कुल देवता की पालकी लेकर विश्व मेले में पहुंच रहे हैं.
अंबेडकर ने कहां से ली थी अर्थशास्त्र की शिक्षा, क्यों वह रुपये के अवमूल्यन के पक्ष में थे: भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की आज 131वीं जयंती मनाई जा रही है. डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है. आजाद भारत के वह पहले कानून एवं न्याय मंत्री थे. अंबेडकर जंयती को भारत में समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में जाना जाता है. लेकिन बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि अंबेडकर प्रशिक्षित भारतीय अर्थशास्त्रियों की पहली पीढ़ी से थे. अर्थशास्त्र की विधिवत शिक्षा प्राप्त करनेवाले पहले भारतीय राजनेता भी थे, जिनके शोधपत्र जाने-माने अकादमिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके थे. पढ़ें ईटीवी भारत पर विशेष अंबेडकर जयंती पर...
हिमाचल में चार से पांच फीसदी वोट स्विंग कर देता है सत्ता का फैसला, आप के आने से रोचक होगी चुनावी जंग: हिमाचल में सत्ता का गणित केवल चार से पांच फीसदी के अंतर से ही बदलाव ला देता है. हिमाचल में वोटिंग परसेंट 70 फीसदी (Voting Percentage in Himachal) से अधिक ही रहता है. चार राज्यों में सत्ता में वापसी के बाद से भाजपा के हौसले बुलंद हैं. वहीं, दूसरी ओर मौजूदा समय में वीरभद्र सिंह के कुशल नेतृत्व के बिना कांग्रेस एक नई परिस्थितियों में चुनाव लड़ेगी. ऐसे में कांग्रेस की चुनौती और आम आदमी पार्टी के पहाड़ की राजनीति (Aam Aadmi Party in Himachal) में आगमन को भी देखना दिलचस्प होगा.
CM जयराम का AAP पर तंज, बोले: हिमाचल में आम आदमी पार्टी का वजूद बनने से पहले ही बिखर गया: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक बार फिर हिमाचल के दौरे पर आ सकते (JP Nadda Kangra tour) हैं. यह बात आज बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला के लिए कांगड़ा से रवाना होते हुए कही. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष कांगड़ा जिले के दौरे पर हिमाचल आ सकते (Jairam thakur on Nadda tour) हैं. ऐसे में उनका भाजपा द्वारा जोरदार स्वागत किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिमाचल में आम आदमी पार्टी का वजूद बनने से पहले ही बिखर गया है.
'हिमाचल में आम आदमी पार्टी का वजूद बनने से पहले ही बिखर गया': सीएम जयराम ठाकुर ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि आप का वजूद बनने से पहले ही बिखर गया है जो लोग इनके साथ जुड़े थे, आज छोड़कर क्यों चले गए इस बात को इनको सोचना (Jairam thakur on aam aadmi party) चाहिए.
हिमाचल में चार से पांच फीसदी वोट स्विंग कर देता है सत्ता का फैसला, आप के आने से रोचक होगी चुनावी जंग: छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में चुनावी बिसात में मतदाता करीब-करीब एक जैसी चाल चलते आए हैं. यहां पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन की परंपरा है. हिमाचल की जनता बारी-बारी से कांग्रेस और भाजपा को सत्ता के सिंहासन पर बिठाती आई है. भाजपा ने 2012 में मिशन रिपीट का नारा दिया था, लेकिन मतदाताओं ने सत्ता कांग्रेस के हाथ सौंप दी. इसी तरह भाजपा अब 2022 में भी मिशन रिपीट का नारा बुलंद (Himachal Assembly Election 2022) कर रही है, लेकिन आम आदमी पार्टी के चुनावी मैदान में ताल ठोकने के बाद मुकाबला रोचक होने के आसार हैं.
जाखू रोपवे में सुरक्षा के अचूक इंतजाम, बैकअप प्लान के साथ चौकस रहती है संचालन कंपनी: झारखंड के देवघर में दुर्भाग्यपूर्ण हादसे (Ropeway accident in Jharkhand) के बाद देश भर में रोपवे संचालन को लेकर केंद्र ने सुरक्षा ऑडिट के निर्देश दिए हैं. देवघर रोपवे हादसे में बेशक सेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों ने बेहतरीन रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए लोगों की जान बचाई, लेकिन चार लोग फिर भी हादसे में जान गवा बैठे. देवघर की दुर्घटना के बाद देश भर में रोपवे संचालन में सुरक्षा की बात उठ गई है. वहीं, सैलानियों के लिए स्वर्ग कहे जाने वाले शिमला के जाखू रोपवे में भी लोग निश्चिंत होकर यात्रा का आनंद ले रहे हैं.
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