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Kalka-Shimla Rail Line: 2.15 लाख में पर्यटकों ने बुक करवाई स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन, हसीन वादियों का लिया आनंद - solan news hindi

विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल लाइन पर मंगलवार को पर्यटकों ने फिर एक बार स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन से हिमाचल की हसीन वादियों का लुत्फ उठाया. यह ट्रेन स्पेशल बुकिंग के साथ मंगलवार (Special charter train run on Kalka Shimla rail line) को चली थी. शिमला से कालका जाने के लिए लखनऊ के एक दल ने स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन बुक करवाई थी.

History of Kalka Shimla Rail Line
कालका शिमला रेल लाइन
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Published : Jun 28, 2022, 9:40 PM IST

सोलन: विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल लाइन पर मंगलवार को पर्यटकों ने फिर एक बार स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन से हिमाचल की हसीन वादियों का लुत्फ उठाया. यह ट्रेन स्पेशल बुकिंग के साथ मंगलवार को चली थी. शिमला से कालका जाने के लिए लखनऊ के एक दल ने स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन बुक करवाई थी. य‌ह दूसरा मौका है कि किसी पार्टी ने स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन के सभी सात कोच किसी एक दल ने बुक किए. इससे पहले कोरोना काल के बाद चंडीगढ़ की साइक्लिंग ग्रुप ने चार्टर्ड ट्रेन के सभी कोच बुक करवाए थे. वहीं, चार कोच में भी यह ट्रेन कई बार रेल लाइन पर दौड़ चुकी है.

गौर रहे कि इन दिनों बाहरी राज्यों में गर्मी काफी तेज पड़ रही है. ऐसे में पर्यटक हिमाचल की (Special charter train run on Kalka Shimla rail line) हसीन वादियों का लुत्फ उठाने के लिए आ रहे हैं. लखनऊ के ये सभी पर्यटक छुट्टियां होने पर शिमला आए थे. ये सभी सड़क मार्ग के जरिए शिमला पहुंचे, लेकिन वापस जाने के लिए कालका तक स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन बुक करवाई. यह ट्रेन कुल 02.15 लाख रुपये में बुक हुई.

ट्रेन मंगलवार को दल के 104 सदस्यों को लेकर दोपहर 01ः45 बजे शिमला से कालका के लिए रवाना हुई. करीब 7ः30 बजे यह ट्रेन कालका पहुंची. ट्रेन के बड़ोग और धर्मपुर में स्टॉपेज थे. इस बारे में शिमला रेलवे स्टेशन अधीक्षक जोगेंद्र ‌स‌िंह ने बताया कि मंगलवार को स्पेशल ट्रेन चली थी. ट्रेन को लखनऊ के पर्यटकों के एक दल ने बुक करवाया था. रेलवे की ओर से आरामदायक सफर करवाने के लिए सात कोच चलाए गए थे.

ये है चार्टर्ड ट्रेन में सुविधाएं: चार्टर्ड ट्रेन विस्टाडोम कोच की (Facilities in Chartered Train) तरह है. इसमें भी पारदर्शी छत है. जिसके माध्यम से लोग हर ओर की खूबसूरती को निहार सक‌ते हैं. इसी के साथ कोच में वाईफाई सुविधा, आरामदायक सीट और एसी जैसी अन्य सुविधाएं भी है. यह आधुनिक तकनीक से लैस है, जो लोगों का दिल जीत रही है.

ये है कालका-शिमला रेल लाइन का इतिहास: शिमला-कालका रेल लाइन विश्व धरोहर का दर्जा (History of Kalka Shimla Rail Line) पाने वाली तीसरी रेललाइन है. 10 जुलाई, 2008 को यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर का दर्जा दिया है. 1903 में बिछाई गई 96 किलोमीटर कालका-शिमला रेल लाइन में 102 सुरंगें, 800 पुल, 919 मोड़ और 18 रेलवे स्टेशन हैं. समुद्र तल से ट्रैक की ऊंचाई 2800 से लेकर 7 हजार फुट है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में पैराग्लाइडिंग करना होगा महंगा, अब खर्च करने होंगे इतने रुपये

सोलन: विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल लाइन पर मंगलवार को पर्यटकों ने फिर एक बार स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन से हिमाचल की हसीन वादियों का लुत्फ उठाया. यह ट्रेन स्पेशल बुकिंग के साथ मंगलवार को चली थी. शिमला से कालका जाने के लिए लखनऊ के एक दल ने स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन बुक करवाई थी. य‌ह दूसरा मौका है कि किसी पार्टी ने स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन के सभी सात कोच किसी एक दल ने बुक किए. इससे पहले कोरोना काल के बाद चंडीगढ़ की साइक्लिंग ग्रुप ने चार्टर्ड ट्रेन के सभी कोच बुक करवाए थे. वहीं, चार कोच में भी यह ट्रेन कई बार रेल लाइन पर दौड़ चुकी है.

गौर रहे कि इन दिनों बाहरी राज्यों में गर्मी काफी तेज पड़ रही है. ऐसे में पर्यटक हिमाचल की (Special charter train run on Kalka Shimla rail line) हसीन वादियों का लुत्फ उठाने के लिए आ रहे हैं. लखनऊ के ये सभी पर्यटक छुट्टियां होने पर शिमला आए थे. ये सभी सड़क मार्ग के जरिए शिमला पहुंचे, लेकिन वापस जाने के लिए कालका तक स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन बुक करवाई. यह ट्रेन कुल 02.15 लाख रुपये में बुक हुई.

ट्रेन मंगलवार को दल के 104 सदस्यों को लेकर दोपहर 01ः45 बजे शिमला से कालका के लिए रवाना हुई. करीब 7ः30 बजे यह ट्रेन कालका पहुंची. ट्रेन के बड़ोग और धर्मपुर में स्टॉपेज थे. इस बारे में शिमला रेलवे स्टेशन अधीक्षक जोगेंद्र ‌स‌िंह ने बताया कि मंगलवार को स्पेशल ट्रेन चली थी. ट्रेन को लखनऊ के पर्यटकों के एक दल ने बुक करवाया था. रेलवे की ओर से आरामदायक सफर करवाने के लिए सात कोच चलाए गए थे.

ये है चार्टर्ड ट्रेन में सुविधाएं: चार्टर्ड ट्रेन विस्टाडोम कोच की (Facilities in Chartered Train) तरह है. इसमें भी पारदर्शी छत है. जिसके माध्यम से लोग हर ओर की खूबसूरती को निहार सक‌ते हैं. इसी के साथ कोच में वाईफाई सुविधा, आरामदायक सीट और एसी जैसी अन्य सुविधाएं भी है. यह आधुनिक तकनीक से लैस है, जो लोगों का दिल जीत रही है.

ये है कालका-शिमला रेल लाइन का इतिहास: शिमला-कालका रेल लाइन विश्व धरोहर का दर्जा (History of Kalka Shimla Rail Line) पाने वाली तीसरी रेललाइन है. 10 जुलाई, 2008 को यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर का दर्जा दिया है. 1903 में बिछाई गई 96 किलोमीटर कालका-शिमला रेल लाइन में 102 सुरंगें, 800 पुल, 919 मोड़ और 18 रेलवे स्टेशन हैं. समुद्र तल से ट्रैक की ऊंचाई 2800 से लेकर 7 हजार फुट है.

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