सोलन: जिला में लोगों को गंदा पानी न पीना पड़े, इसलिए सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग मंडल अश्वनी पेयजल योजना में भारी मात्रा में गाद आने पर सप्लाई को रोक दिया गया है. अश्वनी पेयजल योजना और गिरी पेयजल योजना के बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
शहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए रोजाना 80 लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन गाद आने से अब शहर को केवल 40-45 लाख लीटर पानी ही मिल रहा है. वहीं, वर्तमान की बात की जाए, तो शहर के कई वार्डों में चार दिन बाद नगर परिषद के द्वारा सप्लाई की जा रही है, जिससे लोगों में गुस्सा है. वहीं फोरलेन निर्माण के चलते डंप की जा रही मिट्टी बरसात के पानी के साथ बहकर नदी में मिल रही है, जिससे पानी पूरी तरह मटमेला हो गया है.
अश्वनी पेयजल योजना में भारी मात्रा में गाद आने से जहां विभाग ने पानी की लिफ्टिंग रोक दी है. जब तक पानी के सैम्पल दोबारा चेक नहीं होंगे, तब तक विभाग पानी की लिफ्टिंग नहीं की जाएगी.
लगातार बारिश के कारण गिरि पेयजल योजना और अश्वनी पेयजल योजना में गाद आने से पानी के फिल्टर करने में दिक्कत आ रही है. हालांकि मंगलवार को अश्वनी पेयजल योजना से पानी की लिफ्टिंग नहीं हो पा रही है और गिरि पेयजल योजना से केवल दो मोटरों के सहारे पानी की लिफ्टिंग की जा रही है.
बता दें कि जिला में बरसात से नदी-नालों में पानी तो भर गया है, लेकिन पानी में गाद आने से पानी की किल्लत का कारण भी बना है. आलम ये है कि शहर में इन दिनों लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. शहर में दो पेयजल योजनाओं से पानी की कमी पूरी होती है, लेकिन इन दिनों बरसात के कारण नदी में गाद आना विभाग के लिए बड़ी परेशानी बना हुआ है. अश्वनी पेयजल योजना में खासी मात्रा में गाद आने से ये योजना अगले सात दिनों तक न चलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
एक्सईएन सुमित सूद ने बताया कि गाद आने के कारण अश्वनी पेयजल योजना से पानी की लिफ्टिंग को रोक दिया है. गिरि पेयजल योजना के पानी में गाद आने से पानी को फिल्टर कर दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गिरि से लगभग 60 लाख लीटर पानी लिफ्ट हो रहा है.