सोलन: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस द्वारा चलाए गए सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया व्यापक स्तर पर चल रही है. इस प्रक्रिया के मद्देनजर सोलन में भी कांग्रेस प्रदेश रिटर्निंग अधिकारी दीपा दास मुंशी ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सदस्यता अभियान की फीडबैक ली. उसके उपरांत प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश रिटर्निंग अधिकारी दीपा दास मुंशी ने कहा कि (Pc of Deepa Das Munshi) प्रदेश में सक्रिय सदस्यता अभियान चल रहा है. ये अभियान लोगों से जुड़ने के लिए है. इससे पहले जन जागरण अभियान भी चलाया गया जिसमें भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों को जनता के बीच ले जाकर कांग्रेस से जनता को जोड़ने का कार्य किया गया है.
उन्होंने कहा कि जहां हम कमजोर हैं वहां हमें और मजबूत होना है और जहां हम पहले से मजबूत हैं वहां और मजबूत होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में नवम्बर माह में विधानसभा चुनाव होना है और 31 मार्च तक सदस्यता अभियान (Congress Membership Campaign in Himachal) चलना है. फिलहाल प्रदेश में सिर्फ सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है उन्होंने कहा कि चुनावों तक संगठन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. उसके बाद संगठन में कोई बदलाव किया जाना है या नहीं इस पर विचार किया जाएगा.
भाजपा जैसी पार्टियां धर्म के नाम पर देश को तोड़ने का कर रही कार्य- उन्होंने कहा कि कांग्रेस से लोग उसकी विचारधारा से जुड़े हैं वहीं, भाजपा जैसी पार्टियां धर्म के नाम पर देश के टुकड़े करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि देश कांग्रेस मुक्त हो जाए, लेकिन भाजपा का यह सपना पूरा नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में मेम्बरशिप के लिए पहली बार एप्प बन रही है जिसमें कार्यकर्ता का डाटा रहेगा और जब वे लोगों को पार्टी से जोड़ेंगे तो इसमें ये साफ पता लग जाएगा कि जो व्यक्ति कांग्रेस से जुड़ेंगे वो असली है या नकली.
दीपा दास मुंशी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा विकास की राजनीति की है, लेकिन भाजपा किसी भी तरह का कोई विकास नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि जो विकास कार्य कांग्रेस ने 70 सालों में किए उसको ही आज मोदी सरकार बेचने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बूथ लेवल पर कांग्रेस से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का दरवाजा हमेशा खुला है क्योंकि कांग्रेस में भाजपा की तरह आरएसएस के जरिए एंट्री नही होती है.
ये भी पढे़ं: हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ की मांग, पंजाब की तर्ज पर प्रवक्ताओं को दिया जाए वेतन