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आफत की बारिश! सोलन में NH-5 पर दरकी पहाड़ी, एक घंटे तक थमे रहे गाड़ियों के पहिए - Road Blocks at various places in Solan

प्रदेश में मंगलवार की देर रात से हो रही बारिश की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड और नदी-नालों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. सोलन जिले के वाकनाघाट में पहाड़ी दरकने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई. प्रशासन ने बारिश के दौरान सफर करने वाले लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है.

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Published : Jul 29, 2021, 1:57 PM IST

सोलन: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बरसात आफत बन चुकी है. प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश की वजह से कहीं सड़कों पर पहाड़ से मलबे गिर रहे हैं तो कहीं घर की दीवारें धंस रही हैं. गुरुवार की सुबह सोलन जिले (Solan District) के ब्रुरी इलाके में तरन तारन होटल के समीप फोरलेन निर्माण (Fourlane construction) के दौरान अचानक पहाड़ी दरक गई. गनीमत रही की इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.

हालांकि, पहाड़ी दरकने की वजह से नेशनल हाइवे-5 (National Highway-5) पर करीब एक घंटे तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप रही. फोरलेन निर्माण में लगी मशीनों द्वारा मलबा हटाकर एनएच को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया. वहीं, दूसरी तरफ कंडाघाट उपमंडल (kandaghat sub division) के वाकनाघाट सुबाथू रोड पर सुबह के समय रावली में भी पहाड़ी दरकने से करीब डेढ़ घंटे तक रोड पूरी तरह जाम रहा.

वीडियो.

फिलहाल जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाकर सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. पीडब्ल्यूडी (PWD) के कर्मचारी सड़क के किनारे से मलबा हटाने में लगे हुए हैं. वहीं, अगर परवाणु-शिमला सड़क (Parwanu-Shimla Road) की बात की जाए तो नेशनल हाइवे (National Highway) पर जगह-जगह पहाड़ी से पत्थर गिरने के मामलों को देखते हुए फोरलेन प्रशासन ने वन-वे लेन ही वाहनों की आवाजाही के लिए खोला है.

लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन (Landslide) के मामले सामने आ रहे है. वहीं, डीसी सोलन कृतिका कुल्हारी (Dc Solan Kritika Kulhari) ने लोगों से अपील की है कि बारिश के वक्त नेशनल हाइवे पर सफर करते समय सावधानी बरतें. साथ ही, जिले के किसी भी हिस्से में लैंडस्लाइड के मामले सामने आए तो फौरन उसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को दें.

बता दें कि प्रदेश में मंगलवार देर रात से हो रही बारिश की वजह से लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है. बुधवार की सुबह लाहौल-स्पीति (Lahaul Spiti) के टोजिंग नाले में आई बाढ़ में 10 लोग लापता हो गए थे. इसमें से सात के शव देर शाम तक मिल गए, वहीं, 3 लोग अभी भी लापता हैं. इनकी तलाश जारी है. राजधानी शिमला में गुरुवार की सुबह सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) के आवास का डंगा धंसने से आस-पास के 4 मकानों को खतरा पैदा हो गया है. जिला प्रशासन ने एहतियातन इन मकानों में रह रहे 6 परिवारों को वहां से निकाल कर सर्किट हाउस (Circuit House) में शिफ्ट कर दिया है.

ये भी पढ़ें: लाहौल घाटी में आफत की बारिश, कई पर्यटक और सब्जियों के वाहन फंसे

सोलन: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बरसात आफत बन चुकी है. प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश की वजह से कहीं सड़कों पर पहाड़ से मलबे गिर रहे हैं तो कहीं घर की दीवारें धंस रही हैं. गुरुवार की सुबह सोलन जिले (Solan District) के ब्रुरी इलाके में तरन तारन होटल के समीप फोरलेन निर्माण (Fourlane construction) के दौरान अचानक पहाड़ी दरक गई. गनीमत रही की इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.

हालांकि, पहाड़ी दरकने की वजह से नेशनल हाइवे-5 (National Highway-5) पर करीब एक घंटे तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप रही. फोरलेन निर्माण में लगी मशीनों द्वारा मलबा हटाकर एनएच को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया. वहीं, दूसरी तरफ कंडाघाट उपमंडल (kandaghat sub division) के वाकनाघाट सुबाथू रोड पर सुबह के समय रावली में भी पहाड़ी दरकने से करीब डेढ़ घंटे तक रोड पूरी तरह जाम रहा.

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फिलहाल जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाकर सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. पीडब्ल्यूडी (PWD) के कर्मचारी सड़क के किनारे से मलबा हटाने में लगे हुए हैं. वहीं, अगर परवाणु-शिमला सड़क (Parwanu-Shimla Road) की बात की जाए तो नेशनल हाइवे (National Highway) पर जगह-जगह पहाड़ी से पत्थर गिरने के मामलों को देखते हुए फोरलेन प्रशासन ने वन-वे लेन ही वाहनों की आवाजाही के लिए खोला है.

लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन (Landslide) के मामले सामने आ रहे है. वहीं, डीसी सोलन कृतिका कुल्हारी (Dc Solan Kritika Kulhari) ने लोगों से अपील की है कि बारिश के वक्त नेशनल हाइवे पर सफर करते समय सावधानी बरतें. साथ ही, जिले के किसी भी हिस्से में लैंडस्लाइड के मामले सामने आए तो फौरन उसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को दें.

बता दें कि प्रदेश में मंगलवार देर रात से हो रही बारिश की वजह से लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है. बुधवार की सुबह लाहौल-स्पीति (Lahaul Spiti) के टोजिंग नाले में आई बाढ़ में 10 लोग लापता हो गए थे. इसमें से सात के शव देर शाम तक मिल गए, वहीं, 3 लोग अभी भी लापता हैं. इनकी तलाश जारी है. राजधानी शिमला में गुरुवार की सुबह सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) के आवास का डंगा धंसने से आस-पास के 4 मकानों को खतरा पैदा हो गया है. जिला प्रशासन ने एहतियातन इन मकानों में रह रहे 6 परिवारों को वहां से निकाल कर सर्किट हाउस (Circuit House) में शिफ्ट कर दिया है.

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