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सोलन में चलने फिरने में असमर्थ मरीजों का अब घर पर ही संभव होगा इलाज

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Published : Mar 17, 2022, 6:52 PM IST

जिला में चलने फिरने में असमर्थ मरीजों का इलाज अब घर में ही संभव हो (Mobile Medical Van started in solan) पाएगा. इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जीवन धारा मिशन की शुरुआत कर दी है. जीवन धारा मिशन के तहत लोगों को नया जीवन भी मिल पाएगा. इस योजना के तहत गांव-गांव में चिकित्सा सेवाएं दी (Solan Jeevan Dhara Mission) जाएंगी. जीवन धारा मिशन के तहत मोबाइल मेडिकल वैन को प्रयोग में लाया गया.

Mobile Medical Van started in solan
सोलन में मोबाइल मेडिकल वैन शुरू

सोलन: जिला में चलने फिरने में असमर्थ मरीजों का इलाज अब घर में ही संभव हो पाएगा. इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जीवन धारा मिशन की शुरुआत कर दी है. जीवन धारा मिशन के तहत लोगों को नया जीवन भी मिल पाएगा. इस योजना के तहत गांव-गांव में चिकित्सा सेवाएं दी (Mobile Medical Van started in solan) जाएंगी. इससे जहां लोगों को फायदा पहुंचेगा, वहीं लोगों का इलाज घर द्वार पर ही संभव हो पाएगा. पहले चरण में इस मिशन को स्वास्थ्य खंड अर्की से शुरू किया जाएगा.

कोविड के चलते जून 2020 के बाद यह सेवा विभाग की ओर से बंद की गई थी. जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीवन धारा मिशन की शुरुआत कोरोना काल से पहले की गई थी. इसके लिए सात जिलों का चयन हुआ था. जिसमें सोलन का अर्की क्षेत्र भी है. इस मिशन के लिए सरकार की ओर से मोबाइल मेडिकल वैन दी गई थी और चार सदस्य टीम बनाई गई थी.

टीम के बनाने के बाद लोगों को इसकी सुविधा दी जाने लगी, लेकिन कोरोना के चलते इस मिशन पर ब्रेक लग गई और वाहन का प्रयोग जिले में कोरोना टेस्टिंग के लिए किया गया. इस वाहन से निरंतर करीब चार हजार से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमण की जांच की (Solan Jeevan Dhara Mission) गई. लेकिन अब कोरोना संक्रमण कम होने के बाद लोगों को घरद्वार पर इस यूनिट की सुविधा देने का फैसला लिया है और टीम को फिर कार्य पर तैनात किया गया है.

प्रदेश के प्रवेशद्वार में दी गई सुविधा: मेडिकल वैन की सुविधा कोविड काल के दौरान प्रदेशद्वार परवाणू और नालागढ़ में दी गई. कोरोना कर्फ्यू में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के सैंपल जांचे गए. रिपोर्ट आने के बाद ही मोबाइल टीम की ओर से लोगों को हिमाचल में आने दिया जाता (Health department solan) था. इससे मोबाइल वैन ने कोविड को फैलने से भी रोकने में काफी मदद की है. इसी के साथ लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए भी मोबाइल वैन को प्रयोग में लाया गया.

ये बोले जिला कार्यक्रम अधिकारी: कोविड में वैन जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय सिंह ने कहा कि मोबाइल यूनिट को कोविड काल में काफी प्रभावी सिद्ध हुई है. वैन हरेक क्षेत्र में पहुंचने में सक्षम थी जिसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाता था. अब इस वैन का प्रयोग पुन: लोगों के चिकित्सा सुविधा में लगाया गया है. गांव स्तर तक वैन के माध्यम से सुविधा दी जाएगी. इसी के साथ चल-फिर पाने में असमर्थ लोगों को इससे काफी फायदा मिलेगा. जिला में केवल एक ही मोबाइल मोडिकल वैन है. सरकार से अन्य वैन उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया है ताकि लोगों को फायदा मिल सके.

ये भी पढ़ें: ऊना में मालवाहक वाहन की सवारी, कभी भी पड़ सकती है भारी

सोलन: जिला में चलने फिरने में असमर्थ मरीजों का इलाज अब घर में ही संभव हो पाएगा. इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जीवन धारा मिशन की शुरुआत कर दी है. जीवन धारा मिशन के तहत लोगों को नया जीवन भी मिल पाएगा. इस योजना के तहत गांव-गांव में चिकित्सा सेवाएं दी (Mobile Medical Van started in solan) जाएंगी. इससे जहां लोगों को फायदा पहुंचेगा, वहीं लोगों का इलाज घर द्वार पर ही संभव हो पाएगा. पहले चरण में इस मिशन को स्वास्थ्य खंड अर्की से शुरू किया जाएगा.

कोविड के चलते जून 2020 के बाद यह सेवा विभाग की ओर से बंद की गई थी. जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीवन धारा मिशन की शुरुआत कोरोना काल से पहले की गई थी. इसके लिए सात जिलों का चयन हुआ था. जिसमें सोलन का अर्की क्षेत्र भी है. इस मिशन के लिए सरकार की ओर से मोबाइल मेडिकल वैन दी गई थी और चार सदस्य टीम बनाई गई थी.

टीम के बनाने के बाद लोगों को इसकी सुविधा दी जाने लगी, लेकिन कोरोना के चलते इस मिशन पर ब्रेक लग गई और वाहन का प्रयोग जिले में कोरोना टेस्टिंग के लिए किया गया. इस वाहन से निरंतर करीब चार हजार से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमण की जांच की (Solan Jeevan Dhara Mission) गई. लेकिन अब कोरोना संक्रमण कम होने के बाद लोगों को घरद्वार पर इस यूनिट की सुविधा देने का फैसला लिया है और टीम को फिर कार्य पर तैनात किया गया है.

प्रदेश के प्रवेशद्वार में दी गई सुविधा: मेडिकल वैन की सुविधा कोविड काल के दौरान प्रदेशद्वार परवाणू और नालागढ़ में दी गई. कोरोना कर्फ्यू में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के सैंपल जांचे गए. रिपोर्ट आने के बाद ही मोबाइल टीम की ओर से लोगों को हिमाचल में आने दिया जाता (Health department solan) था. इससे मोबाइल वैन ने कोविड को फैलने से भी रोकने में काफी मदद की है. इसी के साथ लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए भी मोबाइल वैन को प्रयोग में लाया गया.

ये बोले जिला कार्यक्रम अधिकारी: कोविड में वैन जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय सिंह ने कहा कि मोबाइल यूनिट को कोविड काल में काफी प्रभावी सिद्ध हुई है. वैन हरेक क्षेत्र में पहुंचने में सक्षम थी जिसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाता था. अब इस वैन का प्रयोग पुन: लोगों के चिकित्सा सुविधा में लगाया गया है. गांव स्तर तक वैन के माध्यम से सुविधा दी जाएगी. इसी के साथ चल-फिर पाने में असमर्थ लोगों को इससे काफी फायदा मिलेगा. जिला में केवल एक ही मोबाइल मोडिकल वैन है. सरकार से अन्य वैन उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया है ताकि लोगों को फायदा मिल सके.

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