सोलन: जिला सोलन में बूस्टर डोज का लक्ष्य (Booster dose in Solan) पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. होटल इंडस्ट्री, उद्योगों, स्लम एरिया और गांव में लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए मोबाइल टीमें बनाई गई हैं. जिन्हें घर द्वार पर जाकर लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए कहा गया है. इससे पहले 18 वर्ष से अधिक लोगों को निजी स्तर पर बूस्टर डोज लग रही थी. यह लोग बूस्टर डोज लगाने के लिए आगे नहीं आ रहे थे. वहीं कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने 30 सितंबर तक जिले में बूस्टर डोज लगाने का लक्ष्य रखा है.
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अमित रंजन तलवार ने कहा कि बूस्टर डोज को लेकर विभाग ने कमर कस ली है. 15 से 30 सितंबर तक जिले में 18 से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन की एहतियाती डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज लगाने के लिए थोड़े बदलाव हुए हैं. अब लोग दूसरी डोज के छह माह बाद डोज लगा सकते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को बूस्टर डोज के लिए जागरूक किया जा रहा है, ताकि लोग स्वंय आगे आकर डोज लगाएं.
बता दें कि कि केंद्र सरकार ने 15 जुलाई से देश भर में कोरोना से बचाव के लिए निशुल्क बूस्टर डोज लगाने का ऐलान किया था. इसके बाद प्रदेश में लोगों को बूस्टर डोज लगानी शुरू हो गई है. जिला सोलन में अब तक 15 लाख 22 हजार लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है. जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिए गए आंकड़ों के अनुसार जिले में अब 27,345 फ्रंट लाइन वर्कर पहली और 20,624 दूसरी डोज (Booster dose in Himachal) लगाने के लिए आगे आ चुके हैं.
वहीं, 15 से 18 आयु वर्ग में 42,436 को पहली और 36,965 को 28 दिन बाद दूसरी डोज लग चुकी है. इसी तरह 12 से 14 वर्ष के 26,550 को पहली और 19,799 स्कूली व अन्य बच्चों को दूसरी डोज दे दी गई है. इसके अलावा 18 से 44 आयु में 4,63,365 ने पहली और 4,47,229 को दूसरी डोज लग चुकी है. जबकि 45 से 60 वर्ष में करीब 1,39,545 को पहली और 1,37,897 को दूसरी डोज लग चुकी है. वहीं, 60 वर्ष से ऊपर के 60,986 को पहली और 56,876 ने दूसरी डोज लगा दी गई है.