कसौली/सोलन: जिला सोलन के जगलों में आग लगने का सिलसिला लगाता जारी है. रविवार को भी कसौली व सनावर के जगलों में भयंकर आग लग गई. इस कारण स्थानीय लोगों समेत वन संपदा को काफी नुकसान हुआ है. वहीं, जंगल में आग को बुझाते हुए दो कैंट फायर कर्मियों समेत स्थानीय व्यक्ति झुलस गया. इन्हें उपचार के लिए कसौली कैंट अस्पताल लाया गया. जहां से इन सभी को मैक्स अस्पताल चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है. आग पर अभी तक काबू नहीं पाया गया है.
जानकारी के अनुसार कसौली के साथ लगते मणौन गांव के जंगल में आग (forest fire in solan) लग गई. आग की सूचना स्थानीय लोगों ने कैंट को दी. कैंट से फायर टैंडर व कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे, लेकिन आग की लपटों के बीच फायर कर्मी जगदीश और मोहिंद्र समेत स्थानीय व्यक्ति ऋशु अग्रवाल झुलस गए. इन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद चडींगढ़ रेफर कर दिया गया है, जबकि आग पर काबू पाने के लिए सेना समेत स्थानीय लोग व फायर कर्मी मौके पर तैनात है. वहीं, सनावर के जंगल में रविवार को आग लग गई. देखते ही देखते आग की लपटों ने पूरे जंगल को घेर लिया और आग सनावर स्थित इको कैंप में पहुंच गई.
इसकी सूचना गुल्हाडी पंचायत के उप प्रधान दिनेश व विशाल वर्मा फायर विभाग को दी, लेकिन जितने में फायर टैंडर मौके पर पहुंचा उतने में कैंप को आग ने घेर लिया. इससे कैंप में बने कॉटेज, रिसेप्शन और अन्य सभी सामान राख के राख हो गया. कैंट के फायर अधिकारी बाबूराम ने बताया कि आग को बुझाने का कार्य चला हुआ है. अधिकांश जंगल में आग में काबू पा लिया गया है.
दो वर्ष से वर्ष से बंद है कैंप: दिनेश ने बताया कि कैंप को सरकार के आदेशों के अनुसार बंद रखा गया है. इसके चलते कैंप में कोई भी पर्यटक नहीं थे. कैंप के मालिक ने सरकार गुहार लगाई है कि आग से हुए नुकसान की भरपाई के लिए कोई उचित कदम उठाया जाए.