कसौली/सोलन: सुबाथू के 14 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर (Gorkha Training Center Subathu) में बुधवार को 175 जवानों ने सेना के जवान के रूप में शपथ ली. इस दौरान 14 जीटीसी के कमांडेंड ब्रिगेडियर राकेश सिंह राणा ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जहां एक लोग अपने घरों में कैद थे, वहीं ऐसी स्थिति में 14 जीटीसी के 175 जवान देश की रक्षा में तैनात होने से पहले जंग के मैदान में दुश्मन को धूल चटाने का हुनर सिख रहे थे. उन्होंने इस मौके पर 42 सप्ताह तक कड़ी ट्रेनिंग करने वाले रंगरूटों को भारतीय सेना में राइफलमैन बनने पर बधाई भी दी.
बुधवार को 14 जीटीसी के सेना स्टेडियम में 148 व 149 कोर्स के 175 जवान सुबह से ही शपथ ग्रहण (Jawans took oath at Subathu) करने के लिए तैनात थे. करीब दो साल बाद नेपाल से आए अभिभावकों से पूरा मैदान खचाखच भरा नजर आया. सेना वाहन में ब्रिगेडियर राकेश सिंह राणा ने शपथ समारोह में तैनात जवानों का निरीक्षण किया. जिसके बाद सेना के धर्म गुरु सूबेदार मुनेंद्र प्रसाद रतोड़ी राष्ट्रीयगान की धुन पर तिरंगे के साथ स्टेडियम में पहुंचे और स्टेडियम में मौजूद सभी सैनिकों और उनके रिश्तेदारों ने अपने स्थान पर खड़े होकर तिरंगे को सलामी दी.
वहीं, शपथ ग्रहण में शामिल सभी जवानों ने राष्ट्रीय ध्वज को साक्षी मानकर गीता पर हाथ रख भारतीय सविधान का पालन करते हुए देश की रक्षा में जरूरत पड़ने पर जीवन कुर्बान करने की शपथ ग्रहण की. शपथ ग्रहण करने के बाद ट्रेनिंग के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने वाले जवानों को ब्रिगेडियर राणा ने मेडल देकर सम्मानित भी किया. वहीं, पूरी ट्रेनिंग के बेस्ट रंगरूट माधव खांमचा को गोरखा के जातिय हथियार चांदी की खुखरी से सम्मानित किया गया. समारोह के अंतिम चरण में सेंटर के जवानों ने खुखरी डांस व आग के गोले से कूदने का हुनर दिखा सलारिया स्टेडियम (Salaria Stadium Subathu) में मौजूद दर्शकों का मनोरंजन करते हुए अपनी प्रतिभा का परिचय दिया.
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