शिमला: 22 मार्च यानी आज विश्व जल दिवस (World Water Day 2022) है. जल संरक्षण और रखरखाव को लेकर लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए हर वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है. पहला विश्व जल दिवस 22 मार्च 1993 को मनाया गया था. बता दें कि हर साल विश्व जल दिवस एक थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है. इस वर्ष जल दिवस (world water day 2022 theme) के लिए थीम है- 'भू-जल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना', जिसे इंटरनेशनल ग्राउंडवाटर रिसोर्स अस्सेमेंट सेंट ने दिया है.
विश्व जल दिवस पर (CM Jairam on importance of water) हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने ट्वीट किया है और जल की महत्वता पर बल दिया. सीएम जयराम ने ट्वीट कर कहा, ''जल ही जीवन है, पानी के बिना जीवन असंभव है, इसलिए इसका संरक्षण अति आवश्यक है. जल की हर बूंद जीवनदान से कम नहीं. आइये, आज 'विश्व जल दिवस' पर जल संरक्षण और अधिक से अधिक पौधारोपण करने का संकल्प लें.''
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"जल ही जीवन है"
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) March 22, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
पानी के बिना जीवन असंभव है, इसलिए इसका संरक्षण अतिआवश्यक है।
जल की हर बून्द जीवनदान से कम नहीं।
आइये, आज "विश्व जल दिवस" पर जल संरक्षण और अधिक से अधिक पौधारोपण करने का संकल्प लें।#WorldWaterDay pic.twitter.com/1qnhIWkQeX
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— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) March 22, 2022
पानी के बिना जीवन असंभव है, इसलिए इसका संरक्षण अतिआवश्यक है।
जल की हर बून्द जीवनदान से कम नहीं।
आइये, आज "विश्व जल दिवस" पर जल संरक्षण और अधिक से अधिक पौधारोपण करने का संकल्प लें।#WorldWaterDay pic.twitter.com/1qnhIWkQeX"जल ही जीवन है"
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) March 22, 2022
पानी के बिना जीवन असंभव है, इसलिए इसका संरक्षण अतिआवश्यक है।
जल की हर बून्द जीवनदान से कम नहीं।
आइये, आज "विश्व जल दिवस" पर जल संरक्षण और अधिक से अधिक पौधारोपण करने का संकल्प लें।#WorldWaterDay pic.twitter.com/1qnhIWkQeX
गौरतलब है कि पानी बचाने की बातें तो बहुत होती हैं, आप और हम (World Water Day 2022) भी पानी बचाने के पक्ष में हैं. लेकिन, अपनी दिनचर्या के छोटे-छोटे कामों की तरफ नजर डालें तो आपको भी एहसास होगा की हम पानी का कितना दुरूपयोग कर रहे हैं. जब सुबह उठकर ब्रश करने से लेकर नहाने और कार धोने से लेकर घर की सफाई के नाम पर हम रोज ना जाने कितना पानी बर्बाद करते हैं.
इस बर्बाद पानी से ना जाने कितने लोगों की प्यास या जरूरत पूरी हो सकती है. याद रहे कि दुनिया की एक बड़ी आबादी को पीने का साफ पानी भी नसीब नहीं होता. जबकि आबादी का एक हिस्सा पानी की बूंदों के लिए जद्दोजहद करता है. कई किलोमीटर पैदल चलकर पानी लाना कई इलाकों में बहुत आम है. इसलिये अगली बार पानी बर्बाद करते वक्त उनके बारे में जरूर सोचिये.
ऐसा नहीं है कि पानी की समस्या से हम जीत नहीं सकते. अगर सही ढ़ंग से पानी का सरंक्षण किया जाए और जितना हो सके पानी को बर्बाद करने से रोका जाए तो इस समस्या का समाधान बेहद आसान हो जाएगा. लेकिन इसके लिए जरुरत है जागरुकता की. एक ऐसी जागरुकता की जिसमें छोटे से छोटे बच्चे से लेकर बड़े बूढ़े भी पानी को बचाना अपना धर्म समझें. जल संरक्षण के लिए आपका एक छोटा सा प्रयास कई लोगों की प्यास बुझा सकता है.
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