शिमलाः कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए पूरे देश को 21 दिनों तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है. हिमाचल में भी अनिश्चितकाल के लिए कर्फ़्यू लगा दिया गया है. इस संकट की घड़ी में सारे कामकाज बंद है और लोग अपने घरों में ही कैद है. कामकाज बंद होने से कई ऐसे लोग जो रोज कमा कर अपने घरों का चूल्हा जलाते हैं उनके यहां पर चूल्हा नहीं जल पा रहा है और यह लोग भूखे सोने को मजबूर हैं. ऐसे लोगों की मदद के लिए अब महिला पुलिस मसीहा बन कर आई है.
शिमला में आज बीसीएस महिला थाने की महिला पुलिस कर्मियों ने गरीब व जरूरतमंद लोगों को राशन के साथ साथ सेनिटाइजर भी वितरित किए. टूटीकंडी के पास उन्होंने ऐसे प्रवासी मजदूरों को ढूंढा जिन्हें इस दौरान संकट का सामना करना पड़ रहा है और उनके पास खाने पीने तक का सामान तक नहीं है. महिला पुलिसकर्मीयों ने आज इन लोगों तक सब्जी, दाल और खाने पीने की अन्य चीजें मुहैया करवाई. इतना ही नहीं महिला पुलिस कर्मियों ने ना केवल राशन बांटा बल्कि उन्हें हर संभव सहायता का भी आश्वासन दिया.
महिला पुलिस कर्मियों ने उन प्रवासी मजदूरों को महिला थाने के साथ ही अपना नंबर भी दिया जिससे कि आगे भी राशन, दवाइयों या किसी अन्य आवश्यक चीज की आवश्यकता होने पर वह इस नंबर पर संपर्क करें और उन्हें उनकी जरुरत का सामान मुहैया हो जाएगा. महिला पुलिस कर्मियों ने कहा कि अगर किसी सामान की आवश्यकता हो तो हमे फ़ोन करें हम घर पर सामान उपलब्ध करवाएंगे.
आज महिला पुलिस कर्मियों ने इस संकट की घड़ी में एक मानवता की मिसाल पेश की,वहीं मजदूरों ने कहा कि उनका राशन खत्म हो गया था जो थोड़ा बहुत था वह बना लिया. वहीं जिन मजदूरों को सहायता दी गई उन्होंने कहा कि उन के पास राशन काफी कम था. उन को पता नहीं था कि ऐसा कुछ होने वाला है उन के पास जो पैसे थे वो भी खत्म हो गए है ऐसे में महिला पुलिसकर्मियों ने जो राशन दिया गया है उस राशन ने अब अपने ओर अपने बचों के लिए खाना बनाएंगे.
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