शिमलाः प्रदेश के अनेक स्थानों पर अगले 24 घंटों के दौरान वर्षा,ओलावृष्टि व हिमपात के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. मैदानी और मध्यपर्वतीय इलाकों में 23 मार्च को भी भारी ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि 26 मार्च तक राज्य में मौसम खराब रहेगा. मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में 21 और 23 मार्च को येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान गरज के साथ भारी बारिश व ओलावृष्टि की संभावना है. साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं.
उन्होंने कहा कि अगले छह दिन उच्चपर्वतीय इलाकों में हिमपात होने के भी आसार हैं. मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. मैदानी इलाकों में गेहूं की फसल अंधड़ व ओले गिरने से चौपट हो सकती है. इसी तरह शिमला व अन्य पहाड़ी इलाकों में सेब की फसल को भी नुकसान पहुंचने का अंदेशा है.
इसके अलावा बर्फबारी से पहाड़ी इलाकों में ठंड का प्रकोप फिर बढ़ जाएगा. बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में कहीं भी हिमपात नहीं हुआ. हालांकि चंबा, कांगड़ा, शिमला जिलों के कुछ स्थानों पर छिटपुट वर्षा हुई है. लाहौल-स्पीति जिला का मुख्यालय केलांग राज्य में सबसे ठंडा स्थल रहा. यहां शुक्रवार को न्यूनतम तामपान -2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा किन्नौर जिला के कल्पा में शुन्य, कुफरी में 1.1, मनाली में 1.6, भुंतर में 6.1, पालमपुर में 6.5, सुंदरनगर में 7.4, शिमला व चंबा में 7.7, धर्मशाला में 8.8, कांगड़ा में 9.2, मंडी में 11.6, हमीरपुर में 13.6 और बिलासपुर में 14 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया.
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