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कृषि कानून वापस लेने के फैसले का संयुक्त किसान मंच ने किया स्वागत, केंद्र को घेरा

संयुक्त किसान मंच (United Farmers Forum) ने तीन नए कृषि कानूनों के वापस लेने के फैसले का स्वागत किया है. संयुक्त किसान मंच के सह संयोजक संजय चौहान(Co Convener of Kisan Manch Sanjay Chauhan) ने कहा कि आज सरकार को किसानों की मांग(Farmers' demand) के आगे झुकना पड़ा है. किसान व आमजन विरोधी इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

united farmers forum
संयुक्त किसान मंच के सह संयोजक
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Published : Nov 19, 2021, 1:38 PM IST

Updated : Nov 19, 2021, 2:54 PM IST

शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने तीन नए कृषि कानूनों(Three New Agricultural Laws) को वापस लेने का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने इसकी घोषणा करने के साथ आंदोलनरत किसानों से अपने-अपने घर और खेतों की तरफ लौटने की अपील की है. पीएम मोदी के इस ऐलान का किसान संगठनों(Farmer's Organizations) और राजनेताओं ने स्वागत किया है.

वहीं, संयुक्त किसान मंच (United Farmers Forum) ने भी उस फैसले का स्वागत किया है. संयुक्त किसान मंच के सह संयोजक संजय चौहान(Co Convener of Kisan Manch Sanjay Chauhan) ने कहा कि आज सरकार को किसानों की मांग(Farmers' demand) के आगे झुकना पड़ा है. किसान व आमजन विरोधी इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है. उन्होंने कहा कि देश के सभी किसान व किसान संगठन इसके लिए बधाई के पात्र हैं.

वीडियो

संजय चौहान(Co Convener of Kisan Manch Sanjay Chauhan) ने कहा कि सरकार का यह निर्णय आंदोलन के एक वर्ष पूरे होने व इस आंदोलन में 666 किसानों की मौत के बाद लिया गया है. इससे भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा स्पष्ट हुआ है. ये कानून किसान हित में बिल्कुल भी नहीं था. किसान संगठन और किसानों के आगे आज सरकार झुकी है, ऐसे में अन्य आंदोलनों को भी बल मिलेगा.

ये भी पढ़ें: Farm Laws: कृषि कानून वापस लेने के केंद्र के फैसले पर बोलीं आशा कुमारी- 7 सौ किसानों की मौत का हिसाब कौन देगा ?

शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने तीन नए कृषि कानूनों(Three New Agricultural Laws) को वापस लेने का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने इसकी घोषणा करने के साथ आंदोलनरत किसानों से अपने-अपने घर और खेतों की तरफ लौटने की अपील की है. पीएम मोदी के इस ऐलान का किसान संगठनों(Farmer's Organizations) और राजनेताओं ने स्वागत किया है.

वहीं, संयुक्त किसान मंच (United Farmers Forum) ने भी उस फैसले का स्वागत किया है. संयुक्त किसान मंच के सह संयोजक संजय चौहान(Co Convener of Kisan Manch Sanjay Chauhan) ने कहा कि आज सरकार को किसानों की मांग(Farmers' demand) के आगे झुकना पड़ा है. किसान व आमजन विरोधी इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है. उन्होंने कहा कि देश के सभी किसान व किसान संगठन इसके लिए बधाई के पात्र हैं.

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संजय चौहान(Co Convener of Kisan Manch Sanjay Chauhan) ने कहा कि सरकार का यह निर्णय आंदोलन के एक वर्ष पूरे होने व इस आंदोलन में 666 किसानों की मौत के बाद लिया गया है. इससे भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा स्पष्ट हुआ है. ये कानून किसान हित में बिल्कुल भी नहीं था. किसान संगठन और किसानों के आगे आज सरकार झुकी है, ऐसे में अन्य आंदोलनों को भी बल मिलेगा.

ये भी पढ़ें: Farm Laws: कृषि कानून वापस लेने के केंद्र के फैसले पर बोलीं आशा कुमारी- 7 सौ किसानों की मौत का हिसाब कौन देगा ?

Last Updated : Nov 19, 2021, 2:54 PM IST
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