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कोरोना से मिले 'जख्मों' पर मरहम लगाएगी दीवाली! क्या वापस आएगी कारोबारियों के चेहरे की रौनक

कोविड-19 की वजह से हर एक वर्ग के कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. करवाचौथ के बाद अब कारोबारियों की धनतेरस और दीपावली से भी उम्मीदें कम ही होती दिख रही हैं. कारोबारियों की यह दिवाली उम्मीदों वाली रहेगी या नहीं इसपर वह खुद भी असमंजस में नजर आ रहे हैं.

Traders expected to benefit on Dhanteras and Diwali in Shimla
Traders expected to benefit on Dhanteras and Diwali in Shimla
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Published : Nov 10, 2020, 6:02 PM IST

शिमलाः कोविड-19 की वजह से हर एक वर्ग के कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. इस बार त्योहारी सीजन में खरीदारी भी कारोबारियों को इस नुकसान से उभार पाने में मददगार साबित नहीं हो रही है.

करवाचौथ के बाद अब कारोबारियों की धनतेरस और दीपावली से भी उम्मीदें कम ही नजर आ रही हैं. कारोबारियों की यह दिवाली उम्मीदों वाली रहेगी या नहीं इसपर वह खुद भी असमंजस में नजर आ रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट

वहीं, करवाचौथ पर भी कारोबार बेहतर ना होने से पहले ही करोबारी हताश हैं और अब धनतेरस, दिपावली से भी उनकी उम्मीदें कम ही होती नजर आ रही हैं. इस दौरान अगर खरीदारी बेहतर होती है, तो उनके नुकसान की कुछ भरपाई हो पाएगी.

त्योहारी सीजन से इन कारोबारियों ने जताई उम्मीद

त्योहारी सीजन से कपड़ा कारोबारियों के साथ ही बर्तन, आभूषण, मिठाई कारोबारियों की उम्मीद बंधी होती हैं. सभी को इस त्योहारी सीजन का इंतजार रहता है कि इस सीजन में उनके कारोबार में उन्हें मुनाफा होगा, लेकिन इस बार कारोबारी चाह रहे हैं कि धनतेरस और दीपावली पर इतनी खरीदारी हो जाए कि उनका कोरोना के चलते हुए की नुकसान की भरपाई हो सके.

शिमला की बात की जाए तो त्योहारी सीजन में बाजारों में लोगों की भीड़ तो बढ़ चुकी है. वहीं, कपड़ा कारोबारियों का काम भी रफ्तार पकड़ चुका हैं. नवरात्रों की शुरुआत होते ही कपड़ा कारोबारियों का काम बढ़ना शुरू हो गया था.

वहीं, आगे त्योहारी सीजन में इसके और ज्यादा बढ़ने का अनुमान कारोबारी अभी से लगा रहे हैं, जिससे उन्हें उम्मीद है कि दिवाली तक उनका कारोबार और ज्यादा बेहतर होगा, जिससे कोविड-19 की वजह से हुए नुकसान की कुछ एक भरपाई तो हो पाएगी.

कपड़ा कारोबारियों का कारोबार त्योहारी सीजन में बढ़ा

कपड़ा कारोबारियों का कारोबार इस त्योहारी सीजन में 30 फीसदी तक बढ़ चुका है, लेकिन बर्तन कारोबारी अभी भी निराश नजर आ रहे हैं. 50 फीसदी तक का कारोबार उनका कोविड-19 की वजह से प्रभावित हुआ है.

अब उनकी उम्मीद एक धनतेरस के त्योहार पर टिकी है कि धनतेरस पर लोग सोने, चांदी की खरीदारी ना करते हुए बर्तनों की ज्यादा खरीदारी करेंगे. हालांकि अभी उनकी दुकानें ग्राहकों का इंतजार कर रही हैं.

मिठाई की दुकानों पर लोगों की भीड़ कम

यही हाल मिठाई की दुकानों को चलाने वाले कारोबारियों का भी है. त्योहारी सीजन में भी मिठाई की दुकानों पर लोगों की रौनक नहीं नजर आ रही है. लोग कम मिठाइयां खरीद रहे हैं और यहीं वजह है कि अब मिठाई वालों को अपनी दुकानों पर काम कर रहे लोगों की सैलरी निकालना भी मुश्किल हो रहा है.

वहीं, लोगों का कहना है कि कोविड की वजह से मंहगाई बढ़ गई है. बजट को देखते हुए ही शॉपिंग की जा रही हैं. कुछ लोग ही शादी ब्याह की खरीदारी करने के लिए ही आभूषणों की दुकानों पर पहुंच रहे हैं. वहीं, लोग भी मान रहे हैं कि कोविड-19 की वजह से महंगाई ज्यादा बढ़ चुकी है. अब रोजमर्रा की चीजें खरीदने में ही उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

शिमलाः कोविड-19 की वजह से हर एक वर्ग के कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. इस बार त्योहारी सीजन में खरीदारी भी कारोबारियों को इस नुकसान से उभार पाने में मददगार साबित नहीं हो रही है.

करवाचौथ के बाद अब कारोबारियों की धनतेरस और दीपावली से भी उम्मीदें कम ही नजर आ रही हैं. कारोबारियों की यह दिवाली उम्मीदों वाली रहेगी या नहीं इसपर वह खुद भी असमंजस में नजर आ रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट

वहीं, करवाचौथ पर भी कारोबार बेहतर ना होने से पहले ही करोबारी हताश हैं और अब धनतेरस, दिपावली से भी उनकी उम्मीदें कम ही होती नजर आ रही हैं. इस दौरान अगर खरीदारी बेहतर होती है, तो उनके नुकसान की कुछ भरपाई हो पाएगी.

त्योहारी सीजन से इन कारोबारियों ने जताई उम्मीद

त्योहारी सीजन से कपड़ा कारोबारियों के साथ ही बर्तन, आभूषण, मिठाई कारोबारियों की उम्मीद बंधी होती हैं. सभी को इस त्योहारी सीजन का इंतजार रहता है कि इस सीजन में उनके कारोबार में उन्हें मुनाफा होगा, लेकिन इस बार कारोबारी चाह रहे हैं कि धनतेरस और दीपावली पर इतनी खरीदारी हो जाए कि उनका कोरोना के चलते हुए की नुकसान की भरपाई हो सके.

शिमला की बात की जाए तो त्योहारी सीजन में बाजारों में लोगों की भीड़ तो बढ़ चुकी है. वहीं, कपड़ा कारोबारियों का काम भी रफ्तार पकड़ चुका हैं. नवरात्रों की शुरुआत होते ही कपड़ा कारोबारियों का काम बढ़ना शुरू हो गया था.

वहीं, आगे त्योहारी सीजन में इसके और ज्यादा बढ़ने का अनुमान कारोबारी अभी से लगा रहे हैं, जिससे उन्हें उम्मीद है कि दिवाली तक उनका कारोबार और ज्यादा बेहतर होगा, जिससे कोविड-19 की वजह से हुए नुकसान की कुछ एक भरपाई तो हो पाएगी.

कपड़ा कारोबारियों का कारोबार त्योहारी सीजन में बढ़ा

कपड़ा कारोबारियों का कारोबार इस त्योहारी सीजन में 30 फीसदी तक बढ़ चुका है, लेकिन बर्तन कारोबारी अभी भी निराश नजर आ रहे हैं. 50 फीसदी तक का कारोबार उनका कोविड-19 की वजह से प्रभावित हुआ है.

अब उनकी उम्मीद एक धनतेरस के त्योहार पर टिकी है कि धनतेरस पर लोग सोने, चांदी की खरीदारी ना करते हुए बर्तनों की ज्यादा खरीदारी करेंगे. हालांकि अभी उनकी दुकानें ग्राहकों का इंतजार कर रही हैं.

मिठाई की दुकानों पर लोगों की भीड़ कम

यही हाल मिठाई की दुकानों को चलाने वाले कारोबारियों का भी है. त्योहारी सीजन में भी मिठाई की दुकानों पर लोगों की रौनक नहीं नजर आ रही है. लोग कम मिठाइयां खरीद रहे हैं और यहीं वजह है कि अब मिठाई वालों को अपनी दुकानों पर काम कर रहे लोगों की सैलरी निकालना भी मुश्किल हो रहा है.

वहीं, लोगों का कहना है कि कोविड की वजह से मंहगाई बढ़ गई है. बजट को देखते हुए ही शॉपिंग की जा रही हैं. कुछ लोग ही शादी ब्याह की खरीदारी करने के लिए ही आभूषणों की दुकानों पर पहुंच रहे हैं. वहीं, लोग भी मान रहे हैं कि कोविड-19 की वजह से महंगाई ज्यादा बढ़ चुकी है. अब रोजमर्रा की चीजें खरीदने में ही उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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