रामपुर बुशहर: गर्मी से राहत पाने के लिए हिमाचल के ऊपरी इलाकों में सैलानियों का आना लगातार बढ़ रहा है. हिमाचल में 15 अप्रैल से अधिकारिक तौर पर समर पर्यटन सीजन की शुरूआत होती है. लेकिन इस बार लोग पहली हिमाचल की वादियों में पहुंचने लगे हैं.
मैदानी राज्य के मुकाबले हिमाचल में कम तापमान होने के चलते सैलानी पहाड़ों की सैर करने आते हैं. अप्रैल और मई महीने में शिमला, मनाली, डलहौजी, कसौली, खजियार, धर्मशाला में सैलानियों का आना शुरू हो जाता है. लेकिन इस बार मार्च से ही यहां पर्यटक पहुंचने शुरू हो गए हैं.
बता दें कि शिमला जिला के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नारकंडा, हाटू पीक 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बर्फबारी को देखने के लिए देश भर से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है. हाटू पीक पर अधिक बर्फ होने के कारण भी पर्यटक यहां पर आने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. पर्यटकों की बढ़ती संख्या से नारकंडा में होटल व्यवसायी भी खुश हैं.
यूं तो नारकंडा में रोजाना पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. लेकिन यहां सप्ताह के अंत में हिमाचल के पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से वीकेंड पर छुट्टियां मनाने आते है. यहां आने वाले पर्यटकों का मानना है कि नारकंडा जैसी सुंदर और शांत ठंडी प्रकृति में बिताए लम्हें कभी नहीं भूले जा सकते हैं.
बर्फबारी और स्कीइंग का लुत्फ उठाने पहुंच रहे लोग
पर्यटक स्थल नारकंडा में वर्ष भर सैलानियों की चहल-पहल बनी रहती है. सर्दियों में बर्फबारी के बाद पर्यटक और स्कीइंग प्रेमी बर्फबारी और स्कीइंग का लुत्फ उठाने नारकंडा आते हैं. जबकि गर्मियों में देश के विभिन्न राज्यों से शहरों की गर्मी और भीड़-भाड़ से दूर ठंड, हरी भरी प्रकृति और शांति का सुकून पाने नारकंडा आते हैं.
हरे-भरे नजारे पर्यटकों को करते हैं आकर्षित
देवदार और रई के सुंदर पेड़ों के बीच बसे नारकंडा में हरी-भरी प्रकृति बरबस ही पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है. नारकंडा से आसपास की वादियों और हिम पर्वत श्रृंखला का नजारा देखते ही बनता है. पर्यटक स्थल नारकंडा के अलावा आसपास भी कई ऐसे खूबसूरत स्थान है जहां नारकंडा आने वाले ज्यादातर पर्यटक घूमने जाते हैं.