शिमला: बीजेपी प्रदेश कार्यालय द्वीपकमल में विजयाराजे सिंधिया की 100वीं जयंती पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सांसद सुरेश कश्यप मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्षा रश्मिधर सूद ने की और उनके साथ इस कार्यक्रम में सक्षम गुड़िया बोर्ड अध्यक्षा रूपा शर्मा विशेष रूप में उपस्थित रहे.
बीजेपी महिला मोर्चा के कार्यक्रम में एक विवरणिका का विमोचन किया गया, इसमे बीजेपी सरकार और संगठन की ओर से बेटियों एवं महिलाओं के लिए किए गए कार्यक्रम और योजनाओं का विवरण दिया गया.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राजमाता विजयराजे सिंधिया के व्यक्तित्व के बारे में जितनी भी चर्चा करें उतनी कम है.
सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि राजमाता का जन्म 12 अक्टूबर 1919 को हुआ था. उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ. राजमाता का विवाह राजघराने में हुआ जहां पर उनका नाम देवेश्वरी देवी से बदलकर विजयाराजे सिंधिया रखा गया. वह चाहती तो अपनी जिंदगी राजघराने की सुख-सुविधाओं में व्यतीत कर सकती थी, लेकिन उन्होंने जनसेवा का रास्ता चुना. उनका व्यवहार इतना सरल था कि गांव जंगल आदिवासी और दूरदराज के इलाकों के लोग उनसे मिलने के लिए संकोच नहीं करते थे.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए उनका जीवन प्रेरणादायक है, जिस प्रकार से वह दृढ़ और सौम्या, आत्म विश्वासी और विनम्र थी उसी प्रकार से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता भी होना चाहिए.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई भी उनको अपनी माता के रूप में मानते थे. उन्होंने कहा कि आपातकाल के समय भी उन्होंने कांग्रेस द्वारा की गई क्रूरताओं का सामना किया था. वह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक थीं और काफी लंबे समय तक वह भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहीं.
सुरेश कश्यप ने कहा कि आगामी पंचायती राज चुनावों में महिलाओं की अहम भूमिका रहने वाली है. महिला मोर्चा भी पंचायती राज चुनावों में जाकर सरकार की नीतियों को घर घर पहुंचाए. प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों के बारे में महिला मोर्चा सभी महिलाओं को अवगत करवाए.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 'राजमाता' विजयाराजे सिंधिया के सम्मान में विशेष स्मारक सिक्के का विमोचन किया. कोरोना वायरस की वजह से एक वर्चुअल समारोह के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने इस सिक्के को देश को समर्पित किया.
इस मौके पर उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एकता यात्रा के समय राजमाता ने मेरा परिचय गुजरात के युवा नेता नरेंद्र मोदी के तौर पर कराया था, इतने सालों बाद आज उनका वही नरेंद्र देश का प्रधानसेवक बनकर उनकी अनेक स्मृतियों के साथ आपके सामने है. पीएम का ये भाषण बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय द्वीपकमल में लाइव प्रसारित किया गया.