शिमला: कोरोना काल में शिमला के लोगों और छात्रों के सामने आ रही समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उपायुक्त अमित कश्यप को ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान छात्र संगठन के सदस्यों ने उपायुक्त के सामने अपनी मांगें रखी.
छात्र संगठन के जिला संयोजक सचिन ने बताया कि वर्तमान समय में कोरोना संकट में लोगों को कई तरह की मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं. लोगों की विभिन्न समस्याओं को लेकर संगठन के कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से शिमला शहर के शिक्षा क्षेत्र और छात्रों को आ रही विभिन्न समस्याओं के बारे में अवगत करवाया गया.
सचिन ने कहा कि आज के समय मे जहां एक ओर कोरोना का संकट है. वहीं, दूसरी ओर लोगों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. शिमला में पढ़ने वाले बहुत से छात्र ग्रामीण परिवेश से आते हैं और इस वर्ष कोरोना संकट के समय में सभी लोगों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. बीते लंबे समय से छात्र शिमला में अपने किराए के मकान में नहीं रह रहे है. इस दौरान भी उनसे किराया लिया जा रहा है. इन महीनों का किराया या तो माफ किया जाए या किसी प्रकार की छूट इसमें दी जाए.
ये हैं छात्र संगठन की मुख्य मांगें
एबीवीपी ने मांग की है कि कॉलेजों में दाखिला ले रहे छात्रों को हर साइबर कैफे व अन्य संस्थान में ऑनलाइन फॉर्म भरने का शुल्क निश्चित किया जाए. शिमला शहर में छात्रों को पढ़ाई के लिए यहीं ठहरना पड़ता है, लेकिन कोविड -19 के कारण छात्र इस दौरान इन मकानों में नहीं रहे, बावजूद इसके मकान मालिक किराया वसूल रहे हैं, जो कि सरासर गलत है. शिमला शहर में मकान का निश्चित किराया तय किया जाना चाहिए, क्योंकि बहुत से छात्रों को भारी भरकम किराया भर पाना मुश्किल हो जाता है. जिला संयोजक सचिन ने बताया कि उपायुक्त ने आश्वासन दिया है कि इन सभी समस्याओं का अवश्य कोई समाधान निकाला जाएगा.