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OPS की मांग को लेकर बजट भाषण के बाद भी डटे रहेंगे प्रदर्शनकारी: न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ

ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने बजट भाषण के बाद भी डटे रहने की बात कही है. न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि प्रदर्शन में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में कर्मी और न्यू पेंशन लेने वाले सेवानिवृत कर्मचारी भी पहुंचे हैं. सरकार ने कर्मचारियों को डरा धमकाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन शिमला में उमड़ी ओपीएस बहाली की भीड़ से साफ पता चल रहा है कि प्रदेश के कर्मचारी क्या चाहते हैं.

NPS Employees Federation in Himachal
शिमला में ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को लेकर प्रदर्शन.
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Published : Mar 3, 2022, 9:32 PM IST

शिमला: ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने बजट भाषण के बाद भी डटे रहने की बात कही है. संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर का कहना है कि मुख्यमंत्री प्रदर्शन स्थल पर वार्ता करे अगर ओपीएस लागू नहीं भी करनी है तो भी यहां आए हुए कर्मचारियों के समक्ष मुख्यमंत्री यह बात कहें.

न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि प्रदर्शन में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में कर्मी और न्यू पेंशन लेने वाले सेवानिवृत कर्मचारी भी पहुंचे हैं. सरकार ने कर्मचारियों को डरा धमकाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन शिमला में उमड़ी ओपीएस बहाली की भीड़ से साफ पता चल रहा है कि प्रदेश के कर्मचारी क्या चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ (New Pension Scheme Employees Federation) बुधवार को अपनी पदयात्रा के अंतिम दिन टूट से चलता हुआ विधानसभा के लिए रवाना हुआ था, लेकिन प्रशासन ने 103 टनल के पास बेरीकेट्स लगाए हुए थे. करीब दो घंटे तक यहां पर प्रदेश भर से आए हुए पेंशन विहीन कर्मचारी डटे रहे.

उन्होंने कहा कि जिलाधीश भी वहां पहुंचे थे, ताकि कर्मचारियों को झूठे आश्वासन दिए जा सके, लेकिन महासंघ के कर्मचारी उनकी बातों में नहीं आए और बेरिकेट्स के आगे डटे रहे. इसके बाद पुलिस कर्मियों के साथ हल्की धक्का मुक्की भी हुई और फिर प्रदर्शनकारी बेरिकेट्स को लांघ कर विधानसभा की ओर रवाना हो गए.

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जगह जगह बेरीकेट्स लगा रखे थे. आधे से अधिक कर्मचारी 103 के पास अभी तक डटे हुए है वही आधे कर्मचारी विधान सभा के बाहर अपनी मांग को लेकर लामबंद है. प्रदीप ठाकुर ने कहा कि सीएम के सलाहकार आंदोलन के बारे में गलत फीड बैक दे रहे है. प्रदेश भर के कर्मचारी अपनी एक ही मांग के लिए अड़े है कि पुरानी पेंशन बहाल हो. कल बजट पेश होना है लेकिन अगर हमारे साथ वार्ता न हुई तो हमारा आंदोलन भविष्य में भी जारी रहेगा.

मंत्री और डीजीपी भी आए वार्ता के लिए: विधानसभा के बाहर पहुंचे कर्मचारियों से बात करने के लिए पहले डीजीपी संजय कुंडू आए, लेकिन कर्मचारी वर्ग अपनी मांग से पीछे नहीं हटा. इसके बाद शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज वार्ता के लिए आए, लेकिन कर्मियों की एक मांग है कि मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे अन्य किसी से नहीं. प्रदीप ठाकुर का कहना है कि न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के आहवाह्न पर प्रदेश के हर जिले से हजारों की तादाद में कर्मचारी पहुंचे हैं.

ये भी पढ़ें- ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग पर विधानसभा का घेराव: प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का बल प्रयोग, नहीं मिले सीएम

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शिमला: ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने बजट भाषण के बाद भी डटे रहने की बात कही है. संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर का कहना है कि मुख्यमंत्री प्रदर्शन स्थल पर वार्ता करे अगर ओपीएस लागू नहीं भी करनी है तो भी यहां आए हुए कर्मचारियों के समक्ष मुख्यमंत्री यह बात कहें.

न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि प्रदर्शन में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में कर्मी और न्यू पेंशन लेने वाले सेवानिवृत कर्मचारी भी पहुंचे हैं. सरकार ने कर्मचारियों को डरा धमकाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन शिमला में उमड़ी ओपीएस बहाली की भीड़ से साफ पता चल रहा है कि प्रदेश के कर्मचारी क्या चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ (New Pension Scheme Employees Federation) बुधवार को अपनी पदयात्रा के अंतिम दिन टूट से चलता हुआ विधानसभा के लिए रवाना हुआ था, लेकिन प्रशासन ने 103 टनल के पास बेरीकेट्स लगाए हुए थे. करीब दो घंटे तक यहां पर प्रदेश भर से आए हुए पेंशन विहीन कर्मचारी डटे रहे.

उन्होंने कहा कि जिलाधीश भी वहां पहुंचे थे, ताकि कर्मचारियों को झूठे आश्वासन दिए जा सके, लेकिन महासंघ के कर्मचारी उनकी बातों में नहीं आए और बेरिकेट्स के आगे डटे रहे. इसके बाद पुलिस कर्मियों के साथ हल्की धक्का मुक्की भी हुई और फिर प्रदर्शनकारी बेरिकेट्स को लांघ कर विधानसभा की ओर रवाना हो गए.

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जगह जगह बेरीकेट्स लगा रखे थे. आधे से अधिक कर्मचारी 103 के पास अभी तक डटे हुए है वही आधे कर्मचारी विधान सभा के बाहर अपनी मांग को लेकर लामबंद है. प्रदीप ठाकुर ने कहा कि सीएम के सलाहकार आंदोलन के बारे में गलत फीड बैक दे रहे है. प्रदेश भर के कर्मचारी अपनी एक ही मांग के लिए अड़े है कि पुरानी पेंशन बहाल हो. कल बजट पेश होना है लेकिन अगर हमारे साथ वार्ता न हुई तो हमारा आंदोलन भविष्य में भी जारी रहेगा.

मंत्री और डीजीपी भी आए वार्ता के लिए: विधानसभा के बाहर पहुंचे कर्मचारियों से बात करने के लिए पहले डीजीपी संजय कुंडू आए, लेकिन कर्मचारी वर्ग अपनी मांग से पीछे नहीं हटा. इसके बाद शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज वार्ता के लिए आए, लेकिन कर्मियों की एक मांग है कि मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे अन्य किसी से नहीं. प्रदीप ठाकुर का कहना है कि न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के आहवाह्न पर प्रदेश के हर जिले से हजारों की तादाद में कर्मचारी पहुंचे हैं.

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