ETV Bharat / city

छात्रवृत्ति घोटाले में निजी स्कूलों के साथ सरकारी संस्थान भी शामिल, CBI को सौंपी गई रिपोर्ट में खुलासा

हिमाचल शिक्षा विभाग में हुए 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थानों के साथ ही अब सरकारी शिक्षण संस्थान भी जांच के दायरे में आएंगे. दरअसल इस बात का खुलासा शिक्षा विभाग की ओर से सीबीआई को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में हुआ है.

शिक्षा विभाग
author img

By

Published : Oct 20, 2019, 4:33 AM IST

Updated : Oct 20, 2019, 7:17 AM IST

शिमला: हिमाचल शिक्षा विभाग में हुए 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थानों के साथ ही अब सरकारी शिक्षण संस्थान भी जांच के दायरे में आएंगे. सीबीआई अभी तक जहां मामले में निजी शिक्षण संस्थानों की जांच कर रही थी, वहीं अब शिक्षा विभाग की ओर से जो जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी गई है, उसमें सरकारी शिक्षण संस्थान भी इस घोटाले में भागीदार माने जा रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक 25 सौ के अधिक सरकारी स्कूल और कॉलेज ऐसे हैं जो इस घोटाले में शामिल है. इन सरकारी संस्थानों ने भी छात्रवृत्ति घोटाला करके छात्रवृत्ति हड़प ली है. ऐसे में जो हजारों छात्र छात्रवृति के लिए पात्र थे, उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई है.

विभागीय जांच रिपोर्ट में जो भी खुलासा हुआ है उसमें ये बात सामने आई है कि शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए छात्रवृत्ति के जो राशि ड्राफ्ट के माध्यम से जारी की गई थी, वो जिला उपनिदेशकों ने छात्रों के खाते में ना डालकर स्कूलों के प्रिंसिपल और हेड मास्टरों को नकद ही जारी कर दी है.

वीडियो

जिन छात्रों की छात्रवृत्ति हड़पी गई है,उनमें से तो कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो संस्थान से पास आउट हो चुके थे, लेकिन इसकी भनक तक अधिकारियों ने शिक्षा विभाग को नहीं लगने दी और छात्रों की छात्रवृत्ति हड़प ली. अब ये रिपोर्ट शिक्षा विभाग की ओर से सीबीआई को सौंपी गई है तो ये तय है कि इस रिपोर्ट के आधार पर जांच की आंच इन सरकारी स्कूल और कॉलेजों के अधिकारियों तक भी जरूर पहुंचेगी.

शिमला: हिमाचल शिक्षा विभाग में हुए 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थानों के साथ ही अब सरकारी शिक्षण संस्थान भी जांच के दायरे में आएंगे. सीबीआई अभी तक जहां मामले में निजी शिक्षण संस्थानों की जांच कर रही थी, वहीं अब शिक्षा विभाग की ओर से जो जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी गई है, उसमें सरकारी शिक्षण संस्थान भी इस घोटाले में भागीदार माने जा रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक 25 सौ के अधिक सरकारी स्कूल और कॉलेज ऐसे हैं जो इस घोटाले में शामिल है. इन सरकारी संस्थानों ने भी छात्रवृत्ति घोटाला करके छात्रवृत्ति हड़प ली है. ऐसे में जो हजारों छात्र छात्रवृति के लिए पात्र थे, उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई है.

विभागीय जांच रिपोर्ट में जो भी खुलासा हुआ है उसमें ये बात सामने आई है कि शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए छात्रवृत्ति के जो राशि ड्राफ्ट के माध्यम से जारी की गई थी, वो जिला उपनिदेशकों ने छात्रों के खाते में ना डालकर स्कूलों के प्रिंसिपल और हेड मास्टरों को नकद ही जारी कर दी है.

वीडियो

जिन छात्रों की छात्रवृत्ति हड़पी गई है,उनमें से तो कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो संस्थान से पास आउट हो चुके थे, लेकिन इसकी भनक तक अधिकारियों ने शिक्षा विभाग को नहीं लगने दी और छात्रों की छात्रवृत्ति हड़प ली. अब ये रिपोर्ट शिक्षा विभाग की ओर से सीबीआई को सौंपी गई है तो ये तय है कि इस रिपोर्ट के आधार पर जांच की आंच इन सरकारी स्कूल और कॉलेजों के अधिकारियों तक भी जरूर पहुंचेगी.

Intro:प्रदेश शिक्षा विभाग में हुए 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थानों के साथ ही अब सरकारी शिक्षण संस्थान भी जांच के दायरे में आएंगे। सीबीआई अभी तक जहां मामले में निजी शिक्षण संस्थानों की जांच कर रही थी वही अब शिक्षा विभाग की ओर से जो जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी गई है। रिपोर्ट में सरकारी शिक्षण संस्थान भी इस घोटाले में भागीदार माने जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पच्चीस सौ के अधिक सरकारी स्कूल और कॉलेज ऐसे हैं जो इस घोटाले में शामिल है और इन सरकारी संस्थानों ने भी छात्रवृत्ति में घोटाला कर छात्रों के बजाय छात्रवृत्ति खुद ही हड़प ली है।


Body:विभागीय जांच रिपोर्ट में जो भी खुलासा हुआ है उसमें यह बात सामने आई है कि शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए छात्रवृत्ति के जो राशि ड्राफ्ट के माध्यम से जारी की गई थी जिला उपनिदेशकों ने वह राशि छात्रों के खाते में ना डालकर स्कूलों के प्रिंसिपल और हेड मास्टरों को नगद ही जारी कर दी। इस पैसे को छात्रों के बैंक खातों में ना डालकर अपनी ही जेबें प्रिंसिपलों ओर हेडमास्टरों ने इस पैसे से भरी हैं। ऐसे में जो हजारों छात्र छात्रवृति के लिए पात्र थे उन्हें तो छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई और यह छात्रवृत्ति प्रिंसिपल, हेडमास्टर ने खुद ही हड़प ली है।


Conclusion:जिन छात्रों की छात्रवृत्ति हड़पी गई है उनमें से तो कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो संस्थान से पास आउट हो चुके थे,लेकिन इसकी भनक तक अधिकारियों ने शिक्षा विभाग को नहीं लगने दी और छात्रों की छात्रवृत्ति हड़प ली। वहीं हजारों छात्र ऐसे भी हैं जो छात्रवृत्ति के लिए पात्र थे लेकिन छात्रवृत्ति उनके खातों तक नहीं पहुंच पाए और छात्रवृत्ति की राशि उप निदेशकों के नगद देने के चलते इस राशि को प्रिंसिपल और हेडमास्टर भी डकार गए हैं। अब जब यह रिपोर्ट शिक्षा विभाग की ओर से सीबीआई को सौंपी गई है तो यह तय है कि इस रिपोर्ट के आधार पर जांच की आंच इन सरकारी स्कूल और कॉलेजों के अधिकारियों तक भी जरूर पहुंचेगी। वहीं अभी तक मामले में हिमाचल के बाहर के निजी शिक्षण संस्थान जांच के दायरे में है जिन पर जांच सीबीआई की ओर से की जा रही है।
Last Updated : Oct 20, 2019, 7:17 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.