शिमलाः सेब सीजन को देखते हुए जिला उपायुक्त शिमला ने लोकनिर्माण विभाग को सभी सड़कों की मरम्मत 25 जून से पहले करने को कहा है. साथ ही सेब सीजन के लिए मजदूरों की व्यवस्था करने, आढ़तियों ओर ट्रकों की उपलब्धता करने को लेकर प्लान भी तैयार किया जा रहा हैं. इसके लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का निर्धारण भी किया जा रहा है.
कोरोना संकट के समय बाहरी राज्यों से आने वाले आढ़तियों मजदूरों और ट्रक ड्राइवर्स की जांच और उन्हें कितने दिन तक क्वारंटाइन में रखना है, इसके लिए जिला प्रशासन प्लान तैयार करने में जुट गया है. सेब सीजन की तैयारियों को लेकर शिक्षा मंत्री ने सभी विभागों के साथ बैठक भी की थी और तैयारियों का जायजा भी लिया था. वहीं, जिला प्रशासन ने बागवानों को पूरी व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है.
जिला उपायुक्त अमित कश्यप ने कहा कि कोरोना संकट काल में सेब सीजन शुरू हो रहा है. ऐसे में बागवानों को किसी समस्या से न जूझना पड़े इसके लिए प्लान तैयार किया जा रहा है. सेब सीजन से पहले ही सड़कों को 25 जून तक ठीक करने को कहा गया है. इसके अलावा नेपाल से मजदूरों को लाने की व्यवस्था भी की जा रही है. साथ ही सीजन के दौरान ट्रकों की उपलब्धता के साथ ही भाड़ा भी तय किया जाएगा. इसके लिए ट्रक यूनियन के साथ बैठक की जाएगी.
उपायुक्त अमित कश्यप ने कहा कि बाहर से आने वाले मजदूरों आढ़तियों और ट्रक ड्राइवरों के लिए एसओपी निर्धारित किया जाएगा. सेब सीजन के दौरान अन्य राज्यों सहित प्रदेश की ट्रक ऑपरेटर यूनियनों को देशभर में जाने की अनुमति रहेगी.
बता दें कि हिमाचल में सेब की पांच हजार करोड़ की अर्थव्यवस्था है और जिला शिमला सबसे बड़ा सेब उत्पादक क्षेत्र है. जिला में ही 90 हजार मजदूरों की जरूरत होती है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते सेब सीजन के लिए मजदूरों की कमी हो सकती है. इसके लिए सरकार की ओर से इंतजाम किया जा रहा है.