शिमला: कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने शुक्रवार को विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सदन में फर्जी डिग्री मामले को उठाकर इसकी जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फर्जी डिग्री मामले की जांच और 19 सदस्यीय टीम का गठन करने की बात कही है.
विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा कि हिमाचल में काफी बड़े स्तर पर फिजी डिग्री का स्केल हुआ है और लाखों डिग्रियां बेची गई हैं. उन्होंने कहा कि कई मामले सामने आने के बाद भी मानव भारती के मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही है. साथ ही कहा कि मालिक ने करोड़ों रुपये एकाउंट से निकाल लिए हैं और अपने परिवार को विदेश भेज दिया है.
राजेन्द्र राणा ने कहा कि बीजेपी ने ही प्रदेश में निजी विश्वविद्यालय खोलने की छूट दी है और अब वो फर्जी डिग्रियां बेच रहे हैं. ऐसे में सरकार भी कार्रवाई करने से कतरा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे कई छात्रों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है.
जिन छात्रों ने पढ़ाई कर डिग्री हासिल की ओर अब उनकी वेरिफिकेशन नहीं हो रहा है. साथ ही कहा कि मानव भारती विश्वविद्यालय शर्ते पूरी नहीं कर रहा था, लेकिन अधिकारियों और कुछ प्रभावशाली लोगों के दवाब में उन्हें विश्वविद्यालय खोलने की छूट दी गई और अब फर्जी डिग्री मामला सामने आने के बाद भी उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फर्जी डिग्री मामले की जांच और 19 सदस्यीय टीम का गठन करने की बात कही है. साथ ही कहा कि इस मामले में ईडी व आयकर विभाग से भी संपर्क किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फर्जी डिग्रियां देश-विदेश में बेची गई हैं. उसको लेकर सरकार गंभीर है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि आज हिमाचल विधानसभा का पांचवां दिन है. इसी बीच पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
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