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PTA अनुबंध शिक्षकों को इंक्रीमेंट का इंतजार, शिक्षक सरकार से नाराज - हिमाचल के 6 हजार के करीब पीटीए शिक्षकों

प्रदेश के स्कूलों में अनुबंध आधार पर सेवाएं दे रहे 6 हजार के करीब पीटीए शिक्षकों को हर साल सरकार की ओर से दी जाने वाली इंक्रीमेंट का इंतजार है.

PTA contractual teachers salary stopped
पीटीए अनुबंध शिक्षकों की इंक्रीमेंट पर लगी रोक
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Published : Jan 25, 2020, 11:48 PM IST

शिमलाः प्रदेश के स्कूलों में अनुबंध आधार पर सेवाएं दे रहे 6 हजार के करीब पीटीए शिक्षकों को हर साल सरकार की ओर से दी जाने वाली इंक्रीमेंट का इंतजार है. बीते वर्ष से लेकर अभी तक इन शिक्षकों को यह इंक्रीमेंट सरकार की ओर से नहीं दी गई है. जिसका अब पीटीए शिक्षक विरोध जता रहे हैं.

नियमों के तहत 3 फीसदी की इंक्रीमेंट इन शिक्षकों के वेतन की जानी है. वहीं, उसे फिक्स्ड सैलरी का बहाना बना कर पीटीए शिक्षकों को जारी नहीं किया जा रहा है, ना केवल पीटीए बल्कि पैट शिक्षकों को भी यह इंक्रीमेंट जारी नहीं कि जा रही है जिससे अब शिक्षक सरकार से खासे निराश हैं.

वीडियो रिपोर्ट

पीटीए अनुबंध संघ के अध्यक्ष बोविल ठाकुर का कहना है कि प्रदेश में 6 हजार पीटीए शिक्षक वर्ष 2015 में अनुबंध पर आए और तब शर्तों के तहत उन्हें प्रति वर्ष 3 फीसदी इंक्रीमेंट मिलती थी. वहीं, पिछले वर्ष जब सरकार की ओर से पीटीए को 144 फीसदी डीए के रूप में आर्थिक लाभ दिया गया तो उस समय सरकार और शिक्षा विभाग ने पीटीए की इंक्रीमेंट जो कि 1740 रुपये के आसपास थी उसे समाप्त कर दिया जो किसी भी तरह तर्क संगत नहीं है.

उन्होंने कहा कि जिस समय डीए दिया गया तो उस समय मुख्यमंत्री के साथ ही शिक्षा मंत्री ने उन्हें यह विश्वास दिलवाया गया था कि उन्हें रनिंग स्केल देने के साथ ही डीए बढ़ेगा. बावजूद इसके उन्हें जो इंक्रीमेंट मिलनी चाहिए थी उसे भी पीटीए शिक्षकों की फिक्स्ड सैलरी का बहाना बना कर रोका जा रहा है.

वहीं, पीटीए के साथ पैट शिक्षक भी वेतन में 3 फ़ीसदी इंक्रीमेंट की मांग सरकार से कर रहे है. वर्ष 2017 में जारी की थी. वहीं, पैट शिक्षकों को इन्क्रीमैंट देने की अधिसूचना पैट शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने वर्ष 2017 में इस संबंध में अधिसूचना जारी की थी, लेकिन शिक्षकों को 2018 में यह वेतन वृद्धि दी गई.बता दें कि सरकार ने पैट शिक्षकों के वेतन को 27,000 रुपये प्रति माह फिक्स किया है.

ये भी पढ़ेः धर्मशाला स्टेडियम पहुंचे स्टीव वॉ, महिला खिलाड़ियों के साथ खेला क्रिकेट

शिमलाः प्रदेश के स्कूलों में अनुबंध आधार पर सेवाएं दे रहे 6 हजार के करीब पीटीए शिक्षकों को हर साल सरकार की ओर से दी जाने वाली इंक्रीमेंट का इंतजार है. बीते वर्ष से लेकर अभी तक इन शिक्षकों को यह इंक्रीमेंट सरकार की ओर से नहीं दी गई है. जिसका अब पीटीए शिक्षक विरोध जता रहे हैं.

नियमों के तहत 3 फीसदी की इंक्रीमेंट इन शिक्षकों के वेतन की जानी है. वहीं, उसे फिक्स्ड सैलरी का बहाना बना कर पीटीए शिक्षकों को जारी नहीं किया जा रहा है, ना केवल पीटीए बल्कि पैट शिक्षकों को भी यह इंक्रीमेंट जारी नहीं कि जा रही है जिससे अब शिक्षक सरकार से खासे निराश हैं.

वीडियो रिपोर्ट

पीटीए अनुबंध संघ के अध्यक्ष बोविल ठाकुर का कहना है कि प्रदेश में 6 हजार पीटीए शिक्षक वर्ष 2015 में अनुबंध पर आए और तब शर्तों के तहत उन्हें प्रति वर्ष 3 फीसदी इंक्रीमेंट मिलती थी. वहीं, पिछले वर्ष जब सरकार की ओर से पीटीए को 144 फीसदी डीए के रूप में आर्थिक लाभ दिया गया तो उस समय सरकार और शिक्षा विभाग ने पीटीए की इंक्रीमेंट जो कि 1740 रुपये के आसपास थी उसे समाप्त कर दिया जो किसी भी तरह तर्क संगत नहीं है.

उन्होंने कहा कि जिस समय डीए दिया गया तो उस समय मुख्यमंत्री के साथ ही शिक्षा मंत्री ने उन्हें यह विश्वास दिलवाया गया था कि उन्हें रनिंग स्केल देने के साथ ही डीए बढ़ेगा. बावजूद इसके उन्हें जो इंक्रीमेंट मिलनी चाहिए थी उसे भी पीटीए शिक्षकों की फिक्स्ड सैलरी का बहाना बना कर रोका जा रहा है.

वहीं, पीटीए के साथ पैट शिक्षक भी वेतन में 3 फ़ीसदी इंक्रीमेंट की मांग सरकार से कर रहे है. वर्ष 2017 में जारी की थी. वहीं, पैट शिक्षकों को इन्क्रीमैंट देने की अधिसूचना पैट शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने वर्ष 2017 में इस संबंध में अधिसूचना जारी की थी, लेकिन शिक्षकों को 2018 में यह वेतन वृद्धि दी गई.बता दें कि सरकार ने पैट शिक्षकों के वेतन को 27,000 रुपये प्रति माह फिक्स किया है.

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Intro:प्रदेश के स्कूलों में अनुबंध आधार पर सेवाएं दे रहे 6 हजार के करीब पीटीए शिक्षकों को हर साल सरकार की ओर से दी जाने वाली इंक्रीमेंट का इंतजार है। बीते वर्ष से लेकर अभी तक इन शिक्षकों को यह इंक्रीमेंट सरकार की ओर से नहीं दी गईं है जिसका अब पीटीए शिक्षक विरोध जता रहे है। नियमों के तहत 3 फ़ीसदी की इंक्रीमेंट इन शिक्षकों के वेतन ने की जानी है लेकिन उसे फिक्स्ड सैलरी का बहाना बना कर पीटीए शिक्षकों को जारी नहीं किया जा रहा है। ना केवल पीटीए बल्कि पैट शिक्षकों को भी यह इंक्रीमेंट जारी नहीं कि जा रही है जिससे अब शिक्षक सरकार से ख़ासे निराश है।

Body:पीटीए अनुबंध संघ के अध्यक्ष बोविल ठाकुर का कहना है कि प्रदेश में 6 हजार पीटीए शिक्षक वर्ष 2015 में अनुबंध पर आए और तब शर्तों के तहत उन्हें प्रति वर्ष 3 फीसदी इंक्रीमेंट मिलती थी। पिछले वर्ष जब सरकार की ओर से पीटीए को 144 फीसदी डीए के रूप में आर्थिक लाभ दिया गया तो उस समय सरकार और शिक्षा विभाग ने पीटीए की इंक्रीमेंट जो कि 1740 रुपए के आसपास थी उसे समाप्त कर दिया जो किसी भी तरह तर्क संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस समय डीए दिया गया तो उस समय मुख्यमंत्री के साथ ही शिक्षा मंत्री ने उन्हें यह विश्वास दिलवाया गया था कि उन्हें रनिंग स्केल देने के साथ ही जैसे-जैसे डीए बढ़ेगा वह दिया जाएगा। बावजूद इसके उन्हें जो इंक्रीमेंट मिलनी चाहिए थी उसे भी पीटीए शिक्षकों की फिक्स्ड सैलरी का बहाना बना कर रोका जा रहा है। संघ ने मांग की है कि उन्हें यह इंक्रीमेंट नियमों के तहत दी जानी चाहिए जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री सहित शिक्षा मंत्री से यह मांग की है कि वह विभाग को इस बारे में आदेश जल्द से जल्द जारी करे। इसके साथ ही आज जोडीए कर्मचारियों को देने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है उसमें पीटीए अनुबंध कर्मियों को भी लाया जाए जिससे कि इस मंहगाई के समय में उन्हें भी राहत मिल सके।

Conclusion:वहीं पीटीए के साथ पैट शिक्षक भी वेतन में 3 फ़ीसदी इंक्रीमेंट की मांग सरकार से कर रहे है। वर्ष 2017 में जारी की थी पैट शिक्षकों को इन्क्रीमैंट देने की अधिसूचनापैट शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने वर्ष 2017 में इस संबंध में अधिसूचना जारी की थी लेकिन शिक्षकों को 2018 में यह वेतन वृद्धि दी गई। इस अधिसूचना के तहत नियमित होने तक शिक्षकों के वेतन में 3 प्रतिशत की वृद्धि देने का प्रावधान किया गया था लेकिन इस बार सरकार ने शिक्षकों की यह वृद्धि रोक दी है। बता दें कि सरकार ने पैट शिक्षकों के वेतन को 27,000 रुपए प्रति माह फिक्स किया है।

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