शिमलाः कोरोना ने हर क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है. हर वर्ग इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कोरोना काल में टैक्सी ऑपरेटर्स का काम भी पूरी तरह ठप रहा, लेकिन टैक्सी ऑपरेटर्स को सरकार की ओर से राहत नहीं मिली.
शिमला प्रेस क्लब में ज्वाइंट टैक्सी यूनियन वेलफेयर कमेटी ने प्रेस वार्ता कर प्रदेश सरकार से 2 साल का टैक्स टोकन टैक्स और पैसेंजर टैक्स माफ करने की मांग उठाई है. यूनियन के महासचिव संदीप तंवर ने कहा कि शिमला शहर में कोरोना की वजह से टैक्सी चालकों का काम पूरी तरह प्रभावित हुआ है.
अब काम धीरे-धीरे चल तो रहा है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में अभी भी नाममात्र ही पर्यटक आ रहे हैं. ऐसे में कारोबार पर नहीं लौट सका है. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि बीते 2 सालों का टोकन टैक्स और पैसेंजर टैक्स माफ किया जाए, ताकि टैक्सी चालकों को राहत मिल सके.
इसके अलावा यूनियन ने शिमला में बीते 3 सालों से चल रहे प्रीपेड टैक्सी बूथ के काम पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इसे विकसित करने का काम चल रहा है, लेकिन अब तक साबित नहीं हुए हैं. ऐसे में विद्यार्थियों को टैक्सी चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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