शिमला: छात्र संगठन एनएसयूआई ने सरकार और पुलिस पर आम छात्रों की आवाज दबाने और एक ही विचारधारा के संगठन को तरजीह देने के आरोप लगाए हैं. शिमला में मंगलवार को छात्र संगठन एनएसयूआई ने पत्रकार वार्ता कर सरकार पर निशाना (NSUI press conference in Shimla) साधा. एनएसयूआई के अध्यक्ष छतर सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में छात्रों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है.
छतर सिंह ठाकुर ने कहा कि धर्मशाला कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को परेशान करने का काम किया जा रहा है. सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई के पोस्टर फाड़े जाते हैं, लेकिन शिकायत देने के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती. छतर सिंह ठाकुर कहा कि मजबूरन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को डीसी को ज्ञापन सौंपना पड़ा. डीसी को ज्ञापन सौंपने के बाद ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.
छतर सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में छात्रों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है. विश्वविद्यालय में गलत तरीके से भर्ती की जा रही है. विश्वविद्यालय की भर्ती प्रक्रिया में विचारधारा विशेष के लोगों को तरजीह दी जा रही है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का युवा परेशान है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
उन्होंने कहा कि छात्र हित की मांगों को लेकर एनएसयूआई 12-13 अगस्त को हिमाचल प्रदेश विधानसभा का घेराव करेगी. उन्होंने कहा कि चुनाव होने में 3 महीने का समय ही रह गया है. इसके बाद जनता भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी. कांग्रेस के सत्ता में आते ही सभी मामलों की गहराई से जांच की जाएगी.
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