शिमला: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल (Health Minister Dr. Rajiv Saizal) की अध्यक्षता में में शुक्रवार को डेंटल कॉलेज व अस्पताल शिमला की रोगी कल्याण समिति की गवर्निंग काउंसिल की बैठक (Governing Council meeting of Rogi Kalyan Samiti) हुई. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. बैठक में निर्णय लिया गया कि अब बच्चों के साथ-साथ 18 साल तक के युवाओं को निशुल्क इलाज मिलेगा. वहीं, कैंसर, बीपीएल, आईआरडीपी, फ्रीडम फाइटर, टीबी, एचआईवी पेंशेंट और दुर्घटनाग्रस्त मरीजों से भी इलाज का कोई पैसा नहीं लिया जाएगा.
बैठक में वित्त वर्ष के लिए 380 लाख रुपये का बजट पास किया गया, जिसमें 177 लाख रुपये के खर्चे होंगे. बैठक के दौरान कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई. इस दौरान बीते वर्ष का बजट भी पास किया गया, क्योंकि वर्ष 2020 में कोरोना के कारण बैठक नहीं हो पाई थी. हालांकि इलाज की दरे बढ़ाने पर प्रशासन ने तर्क दिया है कि पड़ोस के पांच राज्यों से अभी भी यहां पर रेट काफी कम है. उनका कहना है कि यह दरें 2015 में बढ़ाई गई थी, उसके बाद अभी बढ़ाई गई है.
जेनरेटर से हर डेंटल चेयर को जोड़ने की तैयारी: बैठक के दौरान कॉलेज के लिए करीब 25 लाख रुपये का नया जेनरेटर खरीदने पर भी सहमति बनी. नया जेनरेटर हर डेंटल चेयर से जोड़ा जाएगा. ऐसे में बिजली जाने के बाद भी डेंटल चेयर पर काम चलता रहेगा. अभी तक यहां पर करीब 25 साल पुराना जेनरेटर था जो बार-बार खराब हो रहा था. इससे मरीजों को काफी परेशानी होती थी. बिजली गुल होने पर उनका इलाज भी पूरी तरह से रूक जाता था. अब नया जेनरेटर लगने के बाद न तो मरीजों का इलाज रुकेगा और न ही चिकित्सकों को कोई परेशानी पेश आएगी.
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3D डेंटल एक्सरे मशीन लगाने का निर्णय: डेंटल कॉलेज में अब मरीजों के लिए नई 3डी सीबीसीटी मशीन लेने का भी निर्णय लिया गया है. इसके लिए करीब 75 लाख रुपये का बजट रखा गया है. यह मशीन काफी एडवांस होगी. इसमें मरीज के दातों की पूरी पिक्चर आ जाएगी और डॉक्टरों को मरीज के इलाज में काफी मदद मिलेगी. इससे सबसे ज्यादा फायदा ट्रामा, ऑर्थो, इंप्लांट केस, आरसीटी में काफी मदद मिलेगी. दरअसल अभी तक अस्पताल में 2डी एक्सरे मशीन है. इस मशीन से जहां दांत के बारे में पूरा पता नहीं चल पाता था, वहीं इंफेक्शन कहां तक फैला है, इसकी रिपोर्ट भी क्लीयर नहीं होती थी. ऐसे में बैठक के दौरान 3D मशीन लेने का निर्णय लिया गया, ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो.
बैठक में लिए गए ये निर्णय: बैठक के दौरान कॉलेज के सभी फ्लोर में एक्वागार्ड लगाने का निर्णय लिया गया, जिससे यहां आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों समेत छात्रों को साफ पानी पीने के लिए मिलेगा. इसके अलावा छात्रों और स्टाफ के लिए कॉलेज में वाई-फाई लगाने के लिए भी सहमति बनी. उन्हें फ्री में यह सुविधा दी जाएगी. इसी तरह छात्रों के लिए एक बस सुविधा एजेंसी से हायर करने का भी निर्णय लिया गया ताकि उन्हें कोई परेशानी ना हो. बता दें कि इस बैठक में कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ. आशु गुप्ता, एमएस डॉ नरवीर समेत समिति के सदस्य भी मौजूद रहे.
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