ठियोगः कोरोना महामारी के चलते देश और प्रदेश में लॉकडाउन है, जिसके चलते देश के अलग-अलग राज्यों में लोग फंस गए थे. वहीं राज्य सरकारों ने लगातार अपने–अपने राज्यों के लोगों को वापस लाना शुरू कर दिया है. अब शिमला के ऊपरी इलाके में नेपाल से आए मजदूर भी अपने घर वापस लौट रहें हैं.
कोरोना महामारी की वजह से मजदूर अपने घर वापस लौट रहे हैं, जिससे जिला के लोगों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. ठियोग ओर कोटखाई में लोग सबसे ज्यादा नेपाली मजदूरों पर निर्भर है, लेकिन अब यह मजदूर वापस घर लौट रहे हैं, जिससे शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में सेब का सीजन खतरे में पड़ने वाला है.
वहीं, बागवानों ने सरकार से भी मांग की है कि नेपाल से मजदूर लाये जाएं, लेकिन हकीकत ये है कि जो नेपाली यहां है वो भी वापस लौट रहे हैं. इससे आने वाले दिनों में बागवानों की परेशानीयां ओर बढ़ने वाली है. बता दें कि आने वाले दिनों में शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में सेब का सीजन शुरू हो जाएगा. जोकि पूरी तरह से इन नेपाली मजदूरों पर निर्भर होता है. ऐसे में अब जब नेपाली मजदूर वापस लौट रहे हैं तो बागवानों को भारी परेशानियों का सेब सीजन में सामना करना पड़ेगा.
वहीं, इन मजदूरों से जब बात की गई तो उनका कहना है कि कोरोना बीमारी पूरे विश्व में फैल रही है, जिससे उनके परिवार भी घबराए हुए हैं. साथ ही उन्होंने बताया की उनको यहां पर काम भी कम ही मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी पर रोक लगी और भारत में आने के लिए उन्हें फिर से परमिशन मिली तो वे सेब सीजन के लिए वापस आ जायेंगे.
आपको बता दे कि प्रदेश में सेब का सीजन शुरू होने वाला है, ऐसे में सीजन में काम करने वाले इन मजदूरों के घर जाने से बागवानों की परेशानी बढ़ने वाली है, जिसके लिए बगवान अपने चुने हुए प्रतिनिधि के जरिए सरकार से मजदूरों का प्रबंध करवाने की मांग भी कर रहे हैं.