शिमलाः हिमाचल में शराब सस्ती और रात के दो बजे तक शराब बेचने के फैसले को लोगों और विपक्ष के विरोध के बाद सरकार को वापस लेना पड़ा है. सरकार ने कैबिनेट की बैठक में आबकारी नीति में बदलाव करने का फैसला लिया है.
विपक्ष ने सरकार पर आबकारी नीति में बदलाव पर सरकार को आड़े हाथों लिया था और सदन में भी इस मुद्दे को उठाया था. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि देवभूमि को थाईलैंड और बैंकाक नहीं बनने दिया जाएगा.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दिन ही विपक्ष ने सरकार पर शराब सस्ती करने के फैसले को रोलबैक करने की मांग की थी और अब सरकार ने इस फैसले को वापिस ले लिया है. मुकेश ने कहा कि सरकार देवभूमि में रात के दो बजे तक शराब बेच कर अपना खजाना भरने जा रही थी.
उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ शराब सस्ती कर रही है और दूसरी तरफ नशा निवारण बोर्ड का गठन कर रही है. सरकार की ये दोहरी नीति नहीं चलने दी जाएगी. अब सरकार इस फैसले से पीछे हटी है और यदि शराब के दाम सरकार कम करती है तो विपक्ष दोबारा से इस मुद्दे को उठाएगा.
बता दें कि सरकार ने प्रदेश में शराब सस्ती करने के साथ शहर के बार में रात के दो बजे तक शराब बेचने की अनुमति दी थी. सरकार के इस फैसले के बाद विपक्ष और लोगों ने इसका विरोध किया था जिसको देखते हुए सरकार ने इस फैसले को रोलबैक कर लिया है.
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