शिमलाः विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामनाथ शर्मा के निधन पर शोकोदगार प्रस्ताव रखा गया. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व विधायक व पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामनाथ शर्मा के निधन पर शोकोदगार प्रस्ताव प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा कि उन्हें यह सूचना देते हुए अत्यंत दुख हो रहा है कि पूर्व विधायक रामनाथ शर्मा का 74 वर्ष की उम्र में 15 सितंबर को देहांत हो गया है.
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व डिप्टी स्पीकर एवं विधायक पंडित रामनाथ शर्मा का मंगलवार को निधन हो गया था. वह चंडीगढ़ के एक चिकित्सा संस्थान में उपचाराधीन थे. उनके निधन पर नंगल और समीपवर्ती भाखड़ा बांध क्षेत्र में शोक की लहर है.
वहीं, उनका अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव बरनोह जिला ऊना में किया गया. बता दें कि स्व. रामनाथ शर्मा 2 बार विधानसभा के सदस्य रहे. विधानसभा अध्यक्ष के आह्वान पर स्व. रामनाथ की याद में सदन में 2 मिनट का मौन रखा गया.
इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 अप्रैल 1946 को ऊना जिले में जन्मे रामनाथ शर्मा नौसेना में 8 वर्ष रहे थे. रामनाथ 1977 में पहली बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए और 1985 में फिर विधायक चुने गए थे. उन्होंने कहा कि रामनाथ विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रहे थे. इसके अलावा रामनाथ वन निगम के उपाध्यक्ष भी रहे थे.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वे स्व. रामनाथ शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं और शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हैं.
वहीं. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने शोकोदगार में हिस्सा लेते हुए विधायक दल की तरफ से उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि स्व. रामनाथ शर्मा पिछले माह चंडीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती थे और कल सुबह उनका निधन हो गया. इस दौरान बीजेपी सदस्य बलवीर सिंह, कांग्रेस सदस्य सतपाल रायजादा, विक्रमादित्य सिंह, माकपा विधायक राकेश सिंघा, आईडी लखनपाल, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने भी शोकोदगार में हिस्सा लिया.
इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की. उन्होंने ईश्वर से संपूर्ण परिवार को इस दु:ख को सहन करने और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की.