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हिमाचल में बारिश का कहर, 24 घंटों में 16 की मौत, 2 लापता - मानसून में लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश (Monsoon season in Himachal) लोगों को काफी जख्म दिए हैं. वहीं, बारिश के चलते नुकसान का दौर अभी भी जारी है. मानसून विदा होने से पहले भी हिमाचल में खूब कहर बरपा रहा है. प्रदेश में इस मानसून सीजन अब तक 400 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 2110 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई है. पढ़ें पूरी खबर...

Monsoon season in Himachal
Monsoon season in Himachal
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Published : Sep 26, 2022, 10:44 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश (Monsoon season in Himachal) ने खूब कहर बरपाया है. बारिश के चलते प्रदेश में जगह-जगह नुकसान का दौर अभी भी जारी है. वहीं, विदा होने से पहले भी मानसून खूब कहर बरपा रहा है. बीते 24 घंटों की बात करें तो प्रदेश में 11 जगह बाढ़, बादल फटने (Cloudburst in Himachal), भूस्खलन (Landslide in Himachal) और सड़क दुर्घटना की खबरें (Road accidents in Himachal) आई हैं. इन हादसों में 16 लोगों की मौत हुई हैं और 16 घायल हुए हैं. जबकि 5 लोग अभी लापता हैं. इनमें सबसे ज्यादा मौतें कुल्लू जिले में हुई हैं. जहां 7 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गवा चुके हैं. वहीं, सिरमौर जिले में 6 लोगों की मौत भूस्खलन के चलते हुई है. इसके अलावा दो लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई है.

114 सड़कें और 75 ट्रांसफॉर्मर ठप: प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते अभी भी कई क्षेत्रों में बिजली गुल है. जबकि कई पेयजल परियोजना भी ठप पड़ी हैं. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बारिश के चलते 114 सड़कें अभी भी (Roads blocked in Himachal due to rain) अवरुद्ध हैं. जिन्हें बहाल करने का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है. भारी बारिश के चलते 75 ट्रांसफार्मर और 11 पेयजल परियोजना भी ठप पड़ी हैं.

मानसून में 400 लोगों की मौत: हिमाचल में इस बार मानसून के दौरान जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मानसून सीजन में जान गंवाने वालों का आंकड़ा 400 पहुंच (People died in Monsoon season in Himachal) गया. 29 जून से 26 सितंबर तक 730 लोग विभिन्न दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं. जबकि 14 लोग अभी भी लापता चल रहे हैं.

मंडी-शिमला में 62-62 लोगों की मौत: मानसून के दौरान मंडी और शिमला जिला में 62-62 लोगों की जान गई है. जबकि कुल्लू में 48, चंबा में 40 और सिरमौर में 45, ऊना में 41 और सोलन में 24 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. उधर, किन्नौर में 8, लाहौल स्पीति में 10, हमीरपुर में 14 और बिलासपुर में 19 लोगों की मौत बारिश की वजह से हुए हादसों में हुई है.

मवेशियों पर भी बारिश का कहर: इसके अलावा बरसात ने मवेशियों और जानवरों पर भी कहर बरपाया (Animals died due to monsoon) है. बीते 24 घंटों के अंदर 9 मवेशियों की मौत हुई है. वहीं, 29 जून से 26 सितंबर तक 868 मवेशी अपनी जान गव चुके हैं. जिससे 52.31 लाख रुपये की संपत्ति को नुकसान हुआ है.

2110 करोड़ की संपत्ति तबाह: राज्य में भारी बारिश से अब तक 2110 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई (Property loss due to Monsoon in Himachal) है. बीते 5 सालों में यह नुकसान सबसे ज्यादा है. इस साल 183 घर पूरी तरह जमींदोज हुए हैं. जबकि, 868 मकानों को मामूली नुकसान हुआ है. इसके अलावा 843 गौशालाएं, 171 दुकानें और 56 घाट भी बारिश से तबाह हुए हैं.

ये भी पढ़ें: सिरमौर में भारी बारिश से अभी तक 7 लोगों की मौत, 120 सड़कें बंद, बिजली-पानी ठप

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश (Monsoon season in Himachal) ने खूब कहर बरपाया है. बारिश के चलते प्रदेश में जगह-जगह नुकसान का दौर अभी भी जारी है. वहीं, विदा होने से पहले भी मानसून खूब कहर बरपा रहा है. बीते 24 घंटों की बात करें तो प्रदेश में 11 जगह बाढ़, बादल फटने (Cloudburst in Himachal), भूस्खलन (Landslide in Himachal) और सड़क दुर्घटना की खबरें (Road accidents in Himachal) आई हैं. इन हादसों में 16 लोगों की मौत हुई हैं और 16 घायल हुए हैं. जबकि 5 लोग अभी लापता हैं. इनमें सबसे ज्यादा मौतें कुल्लू जिले में हुई हैं. जहां 7 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गवा चुके हैं. वहीं, सिरमौर जिले में 6 लोगों की मौत भूस्खलन के चलते हुई है. इसके अलावा दो लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई है.

114 सड़कें और 75 ट्रांसफॉर्मर ठप: प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते अभी भी कई क्षेत्रों में बिजली गुल है. जबकि कई पेयजल परियोजना भी ठप पड़ी हैं. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बारिश के चलते 114 सड़कें अभी भी (Roads blocked in Himachal due to rain) अवरुद्ध हैं. जिन्हें बहाल करने का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है. भारी बारिश के चलते 75 ट्रांसफार्मर और 11 पेयजल परियोजना भी ठप पड़ी हैं.

मानसून में 400 लोगों की मौत: हिमाचल में इस बार मानसून के दौरान जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मानसून सीजन में जान गंवाने वालों का आंकड़ा 400 पहुंच (People died in Monsoon season in Himachal) गया. 29 जून से 26 सितंबर तक 730 लोग विभिन्न दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं. जबकि 14 लोग अभी भी लापता चल रहे हैं.

मंडी-शिमला में 62-62 लोगों की मौत: मानसून के दौरान मंडी और शिमला जिला में 62-62 लोगों की जान गई है. जबकि कुल्लू में 48, चंबा में 40 और सिरमौर में 45, ऊना में 41 और सोलन में 24 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. उधर, किन्नौर में 8, लाहौल स्पीति में 10, हमीरपुर में 14 और बिलासपुर में 19 लोगों की मौत बारिश की वजह से हुए हादसों में हुई है.

मवेशियों पर भी बारिश का कहर: इसके अलावा बरसात ने मवेशियों और जानवरों पर भी कहर बरपाया (Animals died due to monsoon) है. बीते 24 घंटों के अंदर 9 मवेशियों की मौत हुई है. वहीं, 29 जून से 26 सितंबर तक 868 मवेशी अपनी जान गव चुके हैं. जिससे 52.31 लाख रुपये की संपत्ति को नुकसान हुआ है.

2110 करोड़ की संपत्ति तबाह: राज्य में भारी बारिश से अब तक 2110 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई (Property loss due to Monsoon in Himachal) है. बीते 5 सालों में यह नुकसान सबसे ज्यादा है. इस साल 183 घर पूरी तरह जमींदोज हुए हैं. जबकि, 868 मकानों को मामूली नुकसान हुआ है. इसके अलावा 843 गौशालाएं, 171 दुकानें और 56 घाट भी बारिश से तबाह हुए हैं.

ये भी पढ़ें: सिरमौर में भारी बारिश से अभी तक 7 लोगों की मौत, 120 सड़कें बंद, बिजली-पानी ठप

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