शिमला: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वारा छोटा नेता कहने पर विधायक विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया है और उन्हें राजनीति से संन्यास लेने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि सुरेश भारद्वाज को यह मालूम नहीं होता कि कहां आचार संहिता लगी है और कहां नहीं. मंत्री सुरेश भारद्वाज जहां जाते हैं, वहां पार्टी की जमानत जब्त हो जाती है. इससे पहले वे उपचुनाव में जुब्बल-कोटखाई के पर्यवेक्षक थे, वहां भी भारतीय जनता पार्टी की जमानत जब्त हो गई.
उन्होंने सुरेश भारद्वाज को चुनौती देते हुए कहा कि इन (Vikramaditya Singh targeted Suresh Bhardwaj) दिनों रामपुर के झाखड़ी वॉर्ड में चुनाव चल रहे हैं, सुरेश भारद्वाज जाकर वहां भी पर्यवेक्षक बनें और वहां भी भारतीय जनता पार्टी की जमानत जब्त हो जाएगी. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जाने वाली है और अब कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज को भी राजनीति से संन्यास लेने की तैयारी कर लेनी चाहिए. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यदि वे छोटे नेता हैं तो फिर क्यों उनके खिलाफ कैबिनेट मंत्री सहित तीन-तीन विधायकों को उतारा जा रहा है. भाजपा सत्ता देखकर अब बौखला गई है और इस तरह की बयानबाजी कर रही है.
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा के नेता भी पार्टी से परेशान आ चुके हैं. ऐसे में कई नेता भाजपा छोड़ कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के कई बड़े नेता कांग्रेस पार्टी के संपर्क में हैं. भाजपा के कई नेताओं को पार्टी में हार नजर आ रही है. ऐसे में वे कांग्रेस में आना चाह रहे हैं. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला ने यह स्पष्ट किया है कि किसी भी नेता को बिना शर्त ही पार्टी में शामिल किया जाएगा. किसी भी नेता को टिकट की शर्त पर पार्टी में नहीं लिया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: विक्रमादित्य बोले- चुनावों में टूटेगा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का अहंकार, चीफ सेक्रेटरी तो गया, अब बारी DGP और CM की