शिमलाः राजधानी शिमला में अपनी मांगों को लेकर करुणामूलक आश्रितों का आमरण अनशन गुरुवार को खत्म कर दिया. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने आश्रितों को जूस पिला कर उनके अनशन पर विराम लगवाया.
साथ ही विक्रमादित्य सिंह ने आश्रितों को उनकी मांगों को सरकार के समक्ष प्रमुखता से उठाने का आश्वसन दिया. उन्होंने कहा कि यदि ये सरकार नहीं करती है तो कांग्रेस सत्ता में आने पर एक साथ सभी आश्रितों को नौकरी देगी.
करुणामूलक आश्रित संघ ने कहा कि वे शिमला में पिछले दस दिन से अनशन पर बैठे हैं. 20 अक्टूबर से कार्मिक अनशन शुरू किया था और 27 अक्तूबर से आमरण अनशन शुरू किया था, लेकिन बड़े दुख की बात है कि सरकार और प्रशासन की ओर से कोई सुध लेने तक नही आया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने उनके पास पहुंचे और उनका हाल जाना और उन्हें उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. इसके बाद अनशन खत्म कर दिया है. लेकिन वे आगे भी अपना संघर्ष जारी रखेंगे.
आश्रित संघ के पमिल कुमार ने कहा कि हिमाचल में सालों से करुणामूलक आश्रित नौकरी का इंतजार कर रहे हैं. साल 2001 से बाद से करीब 4500 आश्रितों को अभी तक नौकरी नहीं दी गई है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि उनकी मांगों को जल्द पूरा किया जाए.
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