शिमला: भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक रमेश धवाला ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से आग्रह किया कि उपचुनावों के टिकट फाइनल करने से पहले उन सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित किया जाए जो चुनाव लड़ना चाहते हैं, ताकि भाजपा कोई भी बागी चुनाव निर्दलीय के रूप में खड़ा न हो. साथ ही उन्होंने संगठन को नसीहत भी दी कि ऐसे व्यक्ति को ही उम्मीदवार के रूप में आगे किया जाए जिसकी जनता में अच्छी छवि हो.
धवाला ने कहा कि हिमाचल में आदर्श आचार संहिता लागू है. मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में भाजपा सभी सीटें जीतेंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री और संगठन से निवेदन करते हुए कहा कि पार्टी के अंदर गुटबाजी से पार्टी को नुकसान होता है. बागियों के खड़े होने से पार्टी को नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि भाजपा को ऐसे प्रत्याशी को टिकट देना चाहिए जो समाज सेवा करता हो और लोगों के बीच उसकी छवि अच्छी होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर पार्टी में सभी चुनाव लड़ने के इच्छुक व्यक्तियों संवाद की कमी रही तो परिणाम के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. लेकिन यदि संवाद करके उपयुक्त उम्मीदवार का चयन किया जाता है भाजपा सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि अगर बागी चुनाव मैदान में उतरेंगे पार्टी को नुकसान हो सकता है. धवाला ने कहा कि 2022 में भाजपा फिर से चुनाव जीतेगी और सरकार बनाएगी.
कांग्रेस बिखरा हुआ कुनबा, प्रदेशवासियों को महंगाई और बेरोजगारी पर कर रहे भ्रमित: कांग्रेस बिखरा हुआ कुनबा है पंजाब में कांग्रेस के हाल सबके सामने हैं. यही हाल हिमाचल प्रदेश में भी है. मुख्यमंत्री बनने की होड़ में काफी लोग लगे हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस की गुटबंदी सामने आ रही है. कांग्रेस के नेता स्पष्ट रूप से झूठ बोल रहे हैं. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रदेश में 14 लाख बेरोजगार घूम रहे हैं.
रमेश धवाला ने कहा कि यह 14 लाख बेरोजगार केवल भाजपा के 4 वर्षों के कार्यकाल में ही नहीं हुए बल्कि कांग्रेस सरकार की नाकामियों के कारण प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ती गई. इसी कारण से प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है. रमेश धवाला ने चुनौती देते हुए कहा कि अपने कार्यकाल की नियुक्तियों का लेखा-जोखा कांग्रेस जनता के सामने रखे.
भाजपा सरकार ने इस कार्यकाल में कोरोना संक्रमण के बावजूद लोगों को रोजगार दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण दूसरे राज्यों और महानगरों में कार्य कर रहे युवा प्रदेश वापस आए हैं. इसके अलावा निजी व्यवसाय में लगे भी प्रभावित हुए हैं. महामारी के कारण दुनिया में लॉकडाउन जैसे निर्णय लेने पड़े जिसके कारण निजी व्यवसाय में लगे लोगों को भारी नुकसान पहुंचा. कुछ लोगों के वर्षों से स्थापित पारंपरिक स्व रोजगार ठप हो गए. इस कारण भी प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ी है.
कांग्रेस पर पलटवार करते हुए रमेश धवाला ने कहा कि विपक्षी नेता प्रदेश में बार-बार महंगाई की बात करते हैं उन्हें जनता के सामने पड़ोसी राज्य पंजाब जहां कांग्रेस का शासन है वहां की स्थिति भी स्पष्ट करनी चाहिए. रमेश धवाला ने पूछा कि क्या पंजाब या अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में हिमाचल से कम कीमत पर दालें, सब्जियां या अन्य खाद्य पदार्थों मिल रहे हैं ? उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए 200 करोड़ रुपये व्यय कर राशन वितरित कर रही है.
पंजाब और अन्य बहुत से राज्यों में इस प्रकार की कोई योजना नहीं है जहां प्रदेश सरकार लोगों को लगभग निशुल्क चावल, चीनी, दालें उपलब्ध करवाते हों. धवाला ने कहा कि इसलिए कांग्रेस लोगों को यह कहकर भ्रमित कर रही है कि अगर कांग्रेस आई तो लोगों महंगाई से निजात मिलेगी. कांग्रेस सरकारों के समय में प्रदेशवासियों को भारी महंगाई झेलनी पड़ी है. इसलिए हिमाचल के लोग कांग्रेस नेताओं के भ्रमित करने वाली बातों में नहीं आएंगे.
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