शिमला: जिला लाहौल-स्पीति में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के स्वागत को लेकर जनजातीय मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष जवाहर शर्मा समर्थकों और तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा में आपसी कहासुनी पर मंत्री ने सफाई दी और इसे मामूली बात कहा.
तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लाहौल स्पीति पहुंचे तो जनजातीय मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और समर्थकों ने उनके नाम के नारे लगाने शुरू कर दिए. मारकंडा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के ऐतराज के बाद मैंने उन्हें व्यक्ति विशेष के नारे लगाने से मना किया और वो पीछे हट गए.
उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है. मीडिया में अनावश्यक ही बात को तूल दिया जा रहा है. मारकंडा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जब जिला के दौरे पर थे तब तो कई बार कार्यकर्ताओं और इनके नेताओं में हाथापाई तक हुई है. कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है. भाजपा में ऐसी कोई स्थिति नहीं है भाजपा अनुशासित पार्टी है.
दरअसल 2022 के चुनावों को देखते हुए दोनों ही राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस में टिकट के दावेदार हाइकमान के सामने शक्तिप्रदर्शन का मौका ढूंढते रहते हैं. इसी का एक उदाहरण पिछले दिनों लाहौल स्पीति में भी देखने को मिला जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वहां पहुंचे तो तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा भी उनके साथ थे.
मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए भाजपा जनजातीय मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भारी संख्या में अपने समर्थकों के साथ इंतज़ार में थे. जैसे ही मुख्यमंत्री वहां पहुंचे समर्थकों ने नारे लगाना शुरू कर दिए. जवाहर शर्मा के समर्थन में नारेबाजी से कैबिनेट मंत्री असहज हो गए और दोनों के बीच तीखी बहस हुई. जिसके कुछ देर बाद माहौल शांत हो गया और कार्यक्रम पूरा हुआ.
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