शिमला: सोलन जिले के एकमात्र मंत्री राजीव सैजल ने जिले में विधानसभा की सभी पांच सीटें जितने का दावा किया है. मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि लखविंदर सिंह राणा के भाजपा में आने से मजबूती मिली है. वह एक लोकप्रिय नेता हैं. स्थानीय मंडल भी (Rajiv Saizal on HP Vidhansabha Elections) उनके साथ चलेगा. राजीव सैजल ने उम्मीद जताई कि चुनावों में लखविंदर सिंह राणा की व्यक्तिगत छवि और भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता मिलकर नालागढ़ सीट पर विजय हासिल करेंगे.
सोलन जिले में भाजपा की अच्छी स्थिति: स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि सोलन जिले में सभी विधानसभा सीटों पर भाजपा की अच्छी स्थिति है और प्रदेश सरकार के कार्यों और कार्यकर्ताओं के दम पर भाजपा जीत हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जब भाजपा में आए थे तो कुछ विरोध जरूर हुआ था यह स्वभाविक भी है. लेकिन धीरे-धीरे सब शांत हो गया. कार्यकर्ता इस बात को समझ गए कि मिलकर चलने में ही सबकी भलाई है. अब मंडल स्तर पर कोई विरोध नहीं है.
हिमाचल में हर साल बढ़ रहा स्क्रब टाइफस का प्रकोप: स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि प्रदेश में हर साल स्क्रब टाइफस का कहर बढ़ता जा रहा है. हर साल इस बीमारी से मृतकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि इस रोग के त्वरित उपचार के (scrub typhus case in HP) लिए डॉक्टरों को आदेश दे दिए गए हैं. अगर तेज बुखार और शरीर में दर्द का कोई मरीज अस्पताल और डिस्पेंसरी पहुंचता है तो तुरंत इस रोग को ध्यान में रखते हुए उसका उपचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्क्रब टाइफस (Rajiv Saizal on scrub typhus) से उपचार की दवाई हर जगह उपलब्ध हो इस बात के लिए भी सरकार ने पुख्ता प्रबंध किया है. अभी प्रदेश में स्क्रब टाइफस के 582 मरीज सामने आ चुके हैं और 2 लोग जान से हाथ धो बैठे हैं. 2021 में 977 लोग स्क्रब टाइफस से पीड़ित हुए थे और 7 लोगों की जान चली गई थी.
2025 तक टीबी मुक्त होगा देश: स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि 2025 तक देश टीबी मुक्त हो जाएगा. आज राष्ट्रपति के साथ वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) में भारत की त्वरित प्रगति को प्रदर्शित किया गया है. इस समारोह में राष्ट्रपति ने कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों, समुदाय के नेताओं और नागरिकों के अथक प्रयासों की सराहना की और टीबी उन्मूलन के लिए भी इसी तरह का सामाजिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया. इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के राज्यपालों द्वारा टीबी मुक्त भारत की दिशा में की गई पहलों को प्रदर्शित करती वीडियो फिल्म भी दिखाई गई.
इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार के अलावा अन्य केंद्रीय मंत्रीं, विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल-उप राज्यपाल, राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रीं और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे. वर्चुअल कार्यक्रम में राज्यों और जिलो के स्वास्थ्य अधिकारी, उद्योग जगत और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ टीबी चौंपियंस ने भी भाग लिया तथा इस उच्च संक्रामक रोग के उन्मूलन के लिए निर्धारित किए गए वैश्विक लक्ष्य 2030 को पांच वर्ष पहले ही यानि वर्ष 2025 तक हासिल करने की प्रतिबद्धता दोहराई.
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