शिमला: राष्ट्रीय पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची की अध्यक्षता में गुरुवार को संचालन समिति की बैठक आयोजित की गई. मुख्य सचिव ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वय और दक्षता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए. यह कार्यक्रम 19 जनवरी, 2020 को आयोजित किया जाएगा.
मुख्य सचिव ने कहा कि वर्ष 2011 के पश्चात देशभर में पोलियो का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. हिमाचल प्रदेश में पोलियो का अन्तिम मामला नवंबर 2009 में सामने आया था. जो कि उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिक से संबंधित था. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वर्ष 2014 में भारत को पोलियो मुक्त राष्ट्र घोषित किया है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान इत्यादि पड़ोसी देशों में अभी भी पोलियो के मामले पाए जा रहे हैं. इस वजह से भारत सरकार ने सतर्कता के दृष्टिगत देशभर में इस अभियान के तहत शून्य से पांच वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का निर्णय लिया है.
विशेष सचिव स्वास्थ्य व मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. निपुन जिन्दल ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है. उन्होंने कहा कि राज्य में 6.5 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी.
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर.डी. धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह व उद्योग मनोज कुमार, प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा व के.के. पन्त, विशेष सचिव राजस्व डी.सी. राणा, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. ए.के. गुप्ता, संयुक्त निदेशक महिला एवं बाल विकास डॉ. भावना और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
ये भी पढ़ें: इस दिन प्रदेश के सभी 7723 बूथों पर बीजेपी करेगी बैठक, सत्ती ने विपक्ष पर बोला हमला