शिमला: हिमाचल के शिमला में आवारा कुत्तों और बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजा मामला अंबेडकर कॉलोनी ढली से सामने आया है. यहां बंदरों ने एक व्यक्ति को काट लिया. आसपास के लोग व्यक्ति को इलाज के लिए IGMC ले गए. फिलहाल घायल व्यक्ति की हालत स्थिर (Man Bitten By Monkeys in shimla) बनी हुई है. सामाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार का कहना है कि रोजाना इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
राजधानी सहित उपनगरों नें मंकी बाइट की घटनाएं बढ़ गई हैं. जहां पहले दो या चार बंदर ही दिखते थे, वहां पर दो दर्जन से ज्यादा बंदरों का झुंड देखने को मिलता है. रिपन अस्पताल में बंदरों व कुत्ते के काटने के 20 से 30 मामले रोजाना पहुंच रहे हैं. कई बार इनके आतंक के कारण लोगों की टांग, बाजू भी टुट रही है. लोग इनसे बचने के लिए भागते हैं, इसी हड़बड़ाहट में नीचे गिर जाते हैं. इस कारण भी लोग जख्मी हो रहे हैं.
वहीं, इस मामले में वाइल्ड लाइफ विंग डीएफओ अनिता भारद्वाज का कहना है कि नियमों के तहत ही बंदरों के स्टरलाइजेशन कर सकते हैं. विभाग अपने स्तर पर हर संभव कार्रवाई करता है. शहर के पॉश इलाके रिज, मालरोड, संजौली, समरहिल क्षेत्र बंदरों व लावारिस कुत्तों से सबसे (stray dogs in shimla) अधिक प्रभावित है. इसी तरह से उपनगर टुटू, विजय नगर, कुसुम्पटी, न्यू शिमला सहित सभी स्थानों पर आवारा कुत्ते लगातार बढ़ रहे हैं.
निगम प्रशासन के पास इनकी नसबंदी के अलावा कोई रास्ता नहीं है, हालांकि लोग आवारा कुत्तों व बंदरों को पकड़ कर दूसरे स्थानों पर छोड़ने की मांग कर रहे हैं. आवारा कुत्तों और बंदरों की वजह से पहाड़ों की रानी शिमला की छवि को भी खासा नुकसान पहुंच रहा है. दुनिया भर से शिमला पहुंचने वाले पर्यटकों को भी आवारा कुत्तों से परेशानी झेलनी पड़ती है.
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